नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से निपटने के लिए रमन सरकार प्लान तैयार कर चुकी है. रायपुर में आयोजित यूनिफाइड कमांड की बैठक में राज्य के सभी नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सलियों की धरपकड़ के लिए पूरे क्षेत्र में एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाने का फैसला लिया गया है.
अधिकारियों की इस बैठक में तय हुआ कि नक्सलियों के मददगारों को भी अब बख्सा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ अब सामान्य प्रकरणों के बजाय राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के तहत मामला दर्ज किया जाएगा. यूनिफाइट कमांड की बैठक में छत्तीसगढ़ के शरहदी क्षेत्रों में सघन अभियान चलाकर नक्सलियों के ठीकाने नष्ट करने के आदेश जारी किए गए.
बैठक में यह तय हुआ कि अब नक्सलियों के खिलाफ सीधी कार्रवाई होगी. इसके लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों और राज्य पुलिस को आदेश दे दिया गया है. इस बैठक में छत्तीसगढ़ पुलिस के अलावा CRPF, BSF, ITBP, CISF और आरपीएफ के बड़े अधिकारी शामिल हुए थे.
चलता रहेगा सड़क निर्माण कार्य
इस बैठक में तय हुआ कि राज्य में सड़क निर्माण और रेल पटरियां बिछाने का काम बतौर ऑपरेशन चलाया जाएगा. अभी तक पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों के जवान सिर्फ सड़क निर्माण के कार्य में जुटे थे, लेकिन अब इन इलाकों के विकास के लिए रेलवे का विस्तार भी होगा. इसकी जवाबदेही भी केंद्रीय सुरक्षाबलों के कंधे पर आ गई है.
इसलिए बौखलाए हुए हैं नक्सली
सुकमा में हुए नक्सली हमले के पीछे कई वजहें सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट की माने तो सबसे प्रमुख वजह सड़क है. ऐसा इसलिए क्योंकि नक्लसलियों के इलाके में अगर सड़क बन जाती है तो इस उस इलाके में राज्य की सारी सुविधाएं मिलने लगेंगी. ऐसे में नक्सलियों की पकड़ कम होने लगती है. इसलिये नक्सली सड़क निर्माण कार्य में अवरोध डालते रहते हैं.