यूपी में गो एंबुलेंस की शुरूआत, उधर मजदूर को कंधे पर उठानी पड़ी बेटे की लाश

लखनऊ: यूपी के इटावा में एक मजदूर को अपने बेटे की लाश ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली और वो कंधे पर अपने बेटे की लाश लेकर घर पहुंचा वहीं दूसरी तरफ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गायों के लिए एंबुलेंस सेवा की शुरूआत की.   इस एंबुलेंस में वेटेनिरी डॉक्टर और सहायक […]

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यूपी में गो एंबुलेंस की शुरूआत, उधर मजदूर को कंधे पर उठानी पड़ी बेटे की लाश

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  • May 2, 2017 3:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ: यूपी के इटावा में एक मजदूर को अपने बेटे की लाश ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली और वो कंधे पर अपने बेटे की लाश लेकर घर पहुंचा वहीं दूसरी तरफ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने गायों के लिए एंबुलेंस सेवा की शुरूआत की.
 
इस एंबुलेंस में वेटेनिरी डॉक्टर और सहायक सभी मौजूद रहेंगे. इसे गौ चिकित्सा मोबाइल एंबुलेंस का नाम दिया गया है जो घायल गायों को गौशाला या वेटेनिरी अस्पताल तक ले जाएगी.
 
मजदूर कल्याण संगठन के साथ मिलकर शुरू की गई ये एंबुलेंस सेवा लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, मथुरा और इलाहाबाद में चलेगी. 
 
गौतलब है कि इटावा के एक सरकारी अस्पताल ने एक मजदूर के बेटे की मौत के बाद उसका शव ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं दी. पीड़ित पिता उदयवीर के मुताबिक ‘ मेरे बेटे के पैरों में दर्द था जिसे दिखाने में अस्पताल आया था लेकिन यहां जब मैं आया तो डॉक्टरों ने उनके बेटे की दो मिनट जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया.
 
उदयवीर के मुताबिक डॉक्टरों ने उन्हें इतना भी नहीं कहा कि आप अपने बेटे की लाश एंबुलेंस में ले जाएं. उदयवीर के मुताबिक किसी ने उन्हें ये नहीं बताया कि अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वो उनके बेटे के शव को उनके घर तक पहुंचाए.

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