चंडीगढ़ : हरियाणा के कैथल में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. खबरों के अनुसार हरियाणा पुलिस ने एक 14 साल की नाबालिग रेप पीड़िता को जांच के नाम पर कपड़े उतारवाए और एक पुलिसकर्मी ने पीड़िता को गंदे इरादे से जांघ पर छूआ. पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुरुष पुलिसकर्मियों ने यह कहते हुए उसे कपड़े उतारने के लिए कहा कि वे यह देखना चाहते हैं कि रेप हुआ है कि नहीं.
इस घटना के बाद पीड़िता ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. पीड़िता की याचिका पर कार्रवाई करते हुए सोमवार को जस्टिस रेखा मित्तल ने एक नोटिस जारी कर हरियाणा के डीजीपी से अगली सुनवाई से पहले जवाब-तलब किया है. केस की अगली सुनवाई 5 जुलाई को होनी है.
पीड़िता उसके साथ अपमानजनक व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ IPC की धाराओं और पॉक्सो ऐक्ट के तहत एफआईआर की मांग कर रही है. पीड़िता के वकील ने कोर्ट को बताया कि डीजीपी से गुहार लगाए जाने के बावजूद पुलिस के खिलाफ एफआईआर नहीं दर्ज की गई.
हाई कोर्ट में दायर की गई पीड़िता की याचिका के अनुसार 23 नवंबर को पुलिसवाले रेप के आरोपी के साथ उसे कैथल के क्राइम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (CIA) कार्यालय ले गए थे. वहां पुलिसवालों ने जो उसके साथ किया, वह रेप से भी ज्यादा अपमानजनक था.
बता दें कि पीडिता ने पिछले साल 23 नवंबर को रेप केस दर्ज कराया था, जिसमें उसने आरोपी को पहचानने की बात कही थी. उसके बाद उसका बयान कैथल में प्रथम श्रेणी के न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने रिकॉर्ड हुआ था. अपने साथ हुई दरिंदगी बयां करने के साथ ही उसने पुलिस कर्मियों की करतूतों को भी बयान किया.