ग्वालियर : चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं, इसी बात को मद्देनजर रखते हुए इस शादी में दुल्हन को पालकी में बिठाकर विदा किया गया है. पालकी के साथ-साथ घोड़े पर चार बंधूकधारी गहनों से लदी दुल्हन को ससुराल तक लेकर आए.
शादी के मंडप से ससुराल तक पहुंचने के बीच बंदूकधारियों ने पालकी के पास किसी को भी फटकने नहीं दिया. मुरैना के एसपी और कलेक्टर के बंगले के सामने से ये पालकी निकली, जहां सबसे कड़ी सुरक्षा रहती है.
क्या है ये मामला
मुरैना शहर में बदमाशों के हौंसले काफी बुलंद हैं, इसी कारण अब शादियां भी बंदूकों के साये में हो रही हैं. दो दिन पूर्व मुरैना के साहिब सिंह के बेटे लक्की की शादी सिकरोड़ी गांव के राजेंद्र यादव की बेटी कुसुम से हुई. रविवार को शादी के विदाई की रस्म थी.
विदाई कर लड़की को अपने साथ ले जाने से पहले ही लड़के वालों ने बूंदकधारियों को बुला लिया गया था. परिवार के एक सदस्य का कहना है की दुल्हन ने काफी मंहगे सोने-हीरे के गहने पहने हुए थे, कानून-व्यवस्था ठीक न होने के कारण सुरक्षा के कड़े इंत्जाम किए गए थे.
बता दें की दोनों ही परिवार मुरैना के संपन्न किसान हैं. लड़के के पिता के पास सैकड़ों बीघा सिंचित जमीन है, जिसमें सरसों की खेती होती है. परिवार के करीबी रिश्तेदारों और लोगों ने बताया कि संपन्न परिवार होने के कारण अच्छा-खासा दहेज दिया है और विदाई के समय दुल्हन करीब 80 तोले सोने के जेवर पहने हुई थी.