लखनऊ : यूपी में भले ही राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली को चौकस बनाने के दावे कर रही हो. लेकिन ये दावे जमीनी स्तर पर हवा हवाई ही साबित हो रहे हैं. यही वजह है कि आज भी न्याय की आस में पुलिस के सामने हाथ जोड़ने वाली महिलाओं को ख़ुदकुशी तक करना पड़ रहा है.
ताजा मामला जनपद बहराइच का है जहां जरवलरोड थाना अंतर्गत हंसना धवरिया निवासी युवती ब्यूटी पार्लर गई थी. दोपहर एक बजे लौटते समय रास्ते में कार सवार आधा दर्जन युवकों ने हथियार की नोंक पर उसे अगवा कर लिया और सामूहिक रेप किया. दूसरे दिन परिवारजनों ने किसी तरह बेटी को छुड़ाया और थाने पहुंचे. लेकिन पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाए फटकार कर भगा दिया. पुलिस की कार्यशैली से आहत युवती ने बुधवार देर रात फांसी के फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली. ख़ुदकुशी की सुचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस खानापूर्ति में जुट गयी है.
न्याय ना मिल पाने की दशा में युवती काफी हतोत्साहित हुई. उसने बुधवार सुबह पुन: थाने पर मोबाइल से सूचना देकर कार्रवाई की गुहार लगाई. लेकिन पुलिस ने अनसुनी कर दी. इससे आहत युवती फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया. युवती की खुदकुशी से कोहराम मच गया. सूचना जरवलरोड पुलिस को मिली तो पुलिसकर्मी भी सकते में आ गए.
बताया जा रहा है कि गैंगरेप के बाद पुलिस की अनदेखी के चलते आत्महत्या करने वाली युवती का विवाह बाराबंकी जिले के गहरैला रामनगर से तय हुआ था. नौ मई को तिलक व 21 मई को विवाह था. परिवारजनों का कहना है कि उन्होंने घटना की सूचना एसपी तक को दी थी. लेकिन सभी ने अनदेखी की जिसका नतीजा ये निकला की एक युवती को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.