लखनऊ: नोएडा के विधायक पंकज सिंह की अगुवाई में एनसीआर के घर ख़रीदारों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ लखनऊ में मुलाकात की. बैठक में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, औद्योगिक विकास सचिव और नोएडा, ग्रेटर नोएडा के सीईओ मौजूद थे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फ्लैट बायर्स संगठनों के सभी प्रतिनिधियों को जल्द से जल्द एक्शन का भरोसा दिया और बैठक में मौजूद अधिकारियों को समस्या के फौरन निदान का स्पष्ट निर्देश दिया.
ऐसा नहीं था कि सीएम योगी को इस समस्या की जानकारी नहीं थी, खुद पीएम मोदी तक यूपी के लिए चुनाव प्रचार करते वक्त बिल्डर्स की मनमानी और फ्लैट बायर्स को हो रही परेशानी की बात उठा चुके हैं. सबसे बड़ी समस्या नोएडा एक्सटेंशन की है. 2009 में प्रोजेक्ट शुरू हुए, फिर दो-तीन साल हाईकोर्ट में किसानों के मुआवजे को लेकर केस फंसा रहा, कंस्ट्रक्शन रूका रहा. 2011 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने किसानों का मुआवजा बढ़ा दिया.
बिल्डर्स ने वायदा किया कि वो बढ़ा हुआ मुआवजा फ्लैट बायर को नहीं वसूलेंगे, लेकिन वो माने नहीं और फ्लैट बायर्स को परेशान करते रहे. सैकड़ों के फ्लैट्स भी कैंसल किए गए और हालात ये है कि लाखों फ्लैट जो 2009-10 में बुक किए गए थे, जिनकी पजेशन 2012-13 में होनी थी, 2020 तक भी होने की सम्भावना नजर नहीं आती. फ्लैट बायर्स को दोतरफा मार पड़ रही है, एक तो घर का किराया देना पड़ रहा है, जो हर साल दस फीसदी बढ़ जाता है, दूसरे होम लोन कई ईएमआई देनी पड़ रही है और कंस्ट्रक्शन हो नहीं रहा है. बिल्डर उलटे सीधे चार्ज वसूल रहा है, फ्लैट कैंसल कर रहा है, बिना बायर्स की मर्जी के टॉवर्स की ऊंचाई 14 फ्लोर से बढ़ाकर कहीं 20 तो कहीं 26 कर दी है.
इसी मीटिंग में बायर्स ने उन 27 बिल्डर्स की लिस्ट सीएम को सौंपी है, जिनके खिलाफ तमाम आरोप हैं. इस सूची में सबसे ऊपर नाम आम्रपाली कंस्ट्रक्शन के मालिक अनिल शर्मा का है, सुपरटेक, जेपी आदि नाम भी हैं.
तो सबसे पहली मांग तो बायर्स की एक टाइम बाउंड पजेशन की थी, दूसरी नोएडा-ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के सभी अधिकारियों के खिलाफ जांच की थी, तीसरी रेरा एक्ट को यूपी में लागू करने की थी, चौथी लिफ्ट एक्ट को लागू करने की थी, पांचवी किसी भी एक्स्ट्रा चार्ज की वसूली रोकने की थी, ऐसी ही कुछ और मांगें भी थीं. जिसके लिए बायर्स एसोसिएशन नेफोवा और नेफोमा के अधिकारी चुनाव से पहले नोएडा से चुनाव लड़ रहे पंकज सिंह से मिले भी थे और जीतने के बाद भी मिले.
पंकज सिंह ने वादा किया था वो जीते या हारे लेकिन घर ख़रीदारों की हक़ की आवाज़ उठाएंगे. जीतने के बाद उन्होंने तुरंत पीड़ित घर ख़रीदारों के साथ बैठक की और उनकी समस्याएं मुख्यमंत्री के सामने रखी. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने फ्लैट ख़रीदारों को मिलने का लिए बुलाया.
सीएम के साथ इस मीटिंग में नेफोवा की तरफ़ से अध्यक्ष अभिषेक कुमार, सुमित सक्सेना, इंद्रीश कुमार, सुमिल जलोटा, सागर चौधरी, जेपी विश टाउन बायर्स की तरफ से प्रमोद रावत, एसडी मितरों, एनसीआर बायर्स की तरफ से रषिस पुरोहित, नेफोमा से अन्नू ख़ान सहित कई बायर्स मौजूद थे.