नई दिल्ली: एमसीडी चुनाव में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी में मरहम पट्टी का दौर शुरू हो गया है. आप नेता अब EVM पर आंदोलन की बात छोड़ जनता से बेहतर संवाद स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं. इसी को लेकर आज दिन भर केजरीवाल के घर बैठकें चलती रहीं.
बैठक में पार्टी के दिल्ली से लेकर पंजाब तक कि जिम्मेदारी देख रहे नेताओं ने इस्तीफा दे दिया. बैठक में नए पार्षद भी शामिल हुए जिनकों केजरीवाल ने भगवान के नाम पर ईमानदारी की शपथ दिलाई. इसके बाद केजरीवाल ने दिल्ली आप संयोजक के रूप में गोपाल राय के नाम पर फाइनल मुहर लगाया.
आपको बता दें कि पिछले महीने हुए पांच राज्यों के चुनाव में पंजाब और गोवा के विधानसभा चुनाव में भी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था. जिसके बाद केजरीवाल ने ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया था. लेकिन अब पार्टी एमसीडी चुनाव में हार के बाद इस मुद्दे पर नरम नजर आ रही है.
नतीजों के दिन तक पार्टी कहती रही कि उसे जनता ने नहीं EVM ने हराया है. लेकिन एक दिन में ही उसके सुर बदले बदले नजर आ रहे हैं. MCD के नतीजे आने के दो दिन पहले से ही EVM पर आंदोलन की बात कहने वाले केजरीवाल ने आज पार्टी विधायकों की बैठक में EVM की बजाय अपनी सरकार के काम को लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया. मंत्री कपिल मिश्रा ने भी माना कि MCD में हार की वजह EVM नहीं खुद की गलतियां हैं.
दिल्ली के प्रभारी और संयोजन ने इस्तीफा दिया
MCD में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए बुधवार को दिल्ली संयोजक दिलीप पांडे और दिल्ली प्रभारी आशीष तलवार ने इस्तीफा दे दिया. तो पंजाब में महीने भर पहले हुई हार की जिम्मेदारी लेते हुए प्रभारी संजय सिंह और सह प्रभारी दुर्गेश पाठक ने आज इस्तीफा दे दिया.
विधायकों की बैठक में केजरीवाल सरकार में मंत्री गोपाल राय को दिल्ली का नया संयोजक बनाया गया है. चर्चा है कि जल्द ही केजरीवाल कैबिनेट में नए नाम जुड़ सकते हैं साथ ही ये भी बताया जा रहा है कि केजरीवाल अपने पास अहम विभाग रख सकते हैं.
फिलहाल मुख्यमंत्री केजरीवाल के पास कोई विभाग नहीं है. आने वाले दिनों में लाभ का पद मामले में दिल्ली में विधानसभा की सीटों पर उपचुनाव भी हो सकते हैं. जाहिर है आप को अपनी छवि ठीक करने के लिए विवाद कम और काम ज्यादा करना होगा.