सूरत. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक ही अपना काफिला रुकवा दिया और 4 साल की नैंसी गोंडलिया से मिलने चले गए. यह नजारा जिसने भी देखा दंग रह गया.
दरअसल हुआ यह कि जब सूरत में पीएम मोदी अस्पताल का लोकार्पण करने जा रहे तो उन्होंने अपने काफिले को कतारगाम के पास अचानक ही रुकवा दिया.
उस वक्त हजारो की संख्या में लोग उनको देखने के लिए खड़े थे. पीएम ने भीड़ में खड़ी नैंसी को इशारे से बुलाया. पीएम का इशारा देख कर सड़क पर उनके इंतजार में खड़ा वो हर शख्स चौंक गया.
4 साल की मासूम नेंसी गोंडलिया को समझ में नहीं आया था कि क्या करे इसी बीच वहां खड़े भाजपा पार्षद जयंती भंडेरी नैंसी को पीएम के पास ले जाते हैं
और फिर पीएम नैंसी से उनका नाम और उसके हाथ में पहनी घड़ी के बारे में पूछते हैं. पीएम मोदी के इस अंदाज से नैंसी गोंडलिया के साथ किये गए उसके माता-पिता बेहद खुश हैं. .
पूरे देश में छा गई नेंसी
सूरत की नेंसी गोंडलिया से पीएम की मुलाक़ात ने नैंसी को चर्चा में ला दिया है और लोग उसके घर बधाई देने जा रहे हैं. गौतलब है कि पीएम मोदी कल शाम को ही सूरत पहुंच कर वहां पर रोड शो किया है.
माना जा रहा है विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह कार्यक्रम रखा गया है. आज सुबह भी उनके सूरत में कई कार्यक्रम हैं. जिनमें सबसे प्रमुख पाटीदारों का सम्मेलन का है. पीएम ने इस सम्मेलन में पाटीदारों को कई मुद्दों पर संबोधित किया. हालांकि उन्होंने आरक्षण के मुद्दे पर कुछ भी नहीं कहा है.
आपको बता दें कि हार्दिक पटेल की अगुवाई में 2015 में आरक्षण को लेकर पाटीदार आंदोलन हो चुका है. जिसकी वजह से गुजरात में कई जगह हिंसा भी हुई थी. नतीजा यह रहा कि बीजेपी ने आनंदीबेन पटेल को सीएम की कुर्सी से हटा दिया.
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले गुजरात में बीजेपी सरकार के खिलाफ हुआ यह आंदोलन पार्टी के लिए बड़ा सरदर्द बन गया. हालांकि बाद में बीजेपी ने इस मुद्दे को अच्छी तरह से साध लिया और निकाय चुनाव में शानदार जीत दर्ज की.
लेकिन चुनाव से पहले बीजेपी पाटीदारों से संवाद कर रही है ताकि राज्य में उसको किसी भी वर्ग या समुदाय की नाराजगी उसके लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकती है. वैसे भी पाटीदार उसका बड़ा वोटबैंक रहे हैं.