शामली : संविधान निर्माता भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के 126वें जन्मदिवस पर 14 अप्रैल 2017 को सभी सरकारी गैर सरकारी व सामाजिक कार्यालयों में एवं निजी कार्यक्रम किए गए है. लेकिन शामली के कस्बा थानाभवन में पुलिस ने डॉ अंबेडकर की शोभायात्रा निकालने कल रोक लगा दी थी. जिसके कारण जयंती पर शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं मिलने से नाराज सैंकड़ों लोग ने धरने पर बैठ गये, साथ ही उन्होंने धर्मांतरण की चेतावनी भी दी.
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में शामली जिले के थानाभवन कस्बे में डा0 भीमराव अम्बेडकर जयंती पर दलित समाज के लोग हर साल कस्बे में शोभायात्रा निकालते आ रहे हैं लेकिन इस बार प्रशासन ने किन्हीं कारणों शोभायात्रा की इजाजत नहीं दी. शोभायात्रा निकालने की अनुमति न मिलने पर गुस्साये लोगों ने प्रशासन के खिलाफ हाथों में लिखित तख्तियां लेकर धरने पर बैठे हुए हैं. नाराज लोगों ने चेतावनी दी कि अगर उन्हें अपने लोकप्रिय भीमराव अंबेडकर की शोभायात्रा निकालने का भी अधिकार नहीं है तो वह अपना धर्म परिवर्तन कर लेंगे.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से 14 अप्रैल के दिन सभी सरकारी कार्यालयों में अंबेडकर जयंती मनाने के लिए बजट भी सभी जनपदों के लिए जारी किया. लेकिन पुलिस और प्रशासन ने दलितों को कस्बे में अंबेडकर की शोभा यात्रा निकालने के लिए रोक लगा दी. जिससे दलित समाज के लोगों में गुस्सा फैल गया और उन्होंने पुलिस प्रशासन के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया. दलित समाज की महिलाएं बच्चे एवं पुरुष सड़क पर धरने पर बैठ गए.