बुलन्दशहर: एक तरफ देश में लोग धर्म-जाति के नाम पर विरोध करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ यूपी के बुलन्दशहर में एक मुस्लिम युवक ने जाति धर्म के भेदभाव को त्याग हनुमान जयंती मनाई. साथ ही मंदिर में जाकर हनुमानजी का शृंगार किया और बाबा को चोला पहनाकर आरती कर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया.
बुलन्दशहर के पहासू के गांव कुंवरपुर का रहने वाला बब्लू खां हनुमान जंयती पूरे हिंदू रिति-रिवाजों के अनुसार मनाई. बब्लू खां हनुमान जयंती के मौके पर अपने हिन्दु मित्रों के साथ गांव के ही शिव मन्दिर पहुंचा.
उसके बाद वहां पहुंच कर बबलू खां की हनुमान भक्ति जाग गयी और हनुमान जी की प्रमिता का श्रृंगार करने लगा, यही नहीं बब्लू खां ने मजहब की दीवार लांघकर बाकायदा हुनमान जी की आरती की और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया.
बबलू खां से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि ईश्वर ने ही इंसान पैदा किया है धरती पर आकर मजहबी चोला ओढ़ाया गया है, गांव में हिन्दू-मुस्लिम मिलकर होली, ईद मनाते हैं, मन्दिर की मुस्लिम होने के बाद भी सफाई करते हैं. बब्लू खां ने बताया कि वह यह काम कई सालों से करते आ रहे हैं.
जाति धर्म के इस दौर में हनुमान जी की आरती और अराधना कर बबलू खां ने वाकई साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की है. वहीं बब्लू खां की हनुमान भक्ति देख अब गांव के लोग देश में इसी तरह मिलकर लोगो से रहने की अपील कर रहे हैं.