गाज़ियाबाद. वसुंधरा स्थित जयपुरिया स्कूल में अभिभावकों और स्टाफ के बीच हाथापाई हो गई है. बताया जा रहा है कि अभिभावक स्कूल की ओर से फीस बढ़ाए जाने पर प्रबंधन से बातचीत करने आए थे. पुलिस ने आकर मौके पर कई लोगो को हिरासत में लिया है.
सोमवार को ही योगी सरकार ने निजी स्कूल की मनमानी और फीस बढ़ाने जैसी फैसलों पर अंकुश लगाने के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. आनंदपुरम स्थित जयपुरिया स्कूल ने पिछले कई सालों से अचानक फीस बढ़ाने का फैसला कर लेता है.
जिसका विरोध करने के लिए कई अभिभावक सुबह से ही स्कूल के बाहर प्रदर्शन और योगी सरकार के पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे. जब स्कूल की ओर से कोई बात करने के लिए आगे नहीं आया तो प्रदर्शनकारी स्कूल के अंदर घुसने की कोशिश करने लगे.
हमारे सहयोगी चैनल इंडिया न्यूज से बातचीत में अभिभावकों ने बताया कि जयपुरिया स्कूल हर साल फीस में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर देता है जबकि स्कूल में बच्चों पानी और एसी तक मुहैया नहीं करवाया जाता है.
इतना ही नहीं स्कूल की ओर से कई गुना दामों पर ड्रेस और किताबें भी खरीदने के लिए मजबूर किया जाता है. इन्हीं सब मुद्दों पर बातचीत के लिए जब अभिभावक स्कूल पहुंचे तो स्कूल स्टाफ ने उनसे धक्का-मुक्की और मारपीट कर डाली.
इसी बीच सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है. आपको बता दें कि गाजियाबाद के स्कूलों में पहले भी कई बार फीस बढ़ाने को लेकर बवाल हो चुका है.
क्या है योगी सरकार का आदेश
स्कूल अपना टीचर का वेतन और सुविधाओं को जोड़ें और बच्चों की संख्या से भाग दें उसी हिसाब से फीस ली जाए. बच्चों से किताब कॉपी, स्टेशनरी के नाम पर स्कूल परिसर में कोई लेन-देन या खरीददारी के लिए दबाव नहीं डाला जाएगा.
मार्कशीट, टीसी देने के नाम पर धन उगाही नहीं होनी चाहिए किसी भी अभिभावक या छात्र को किताबें और कुछ खरीदने के लिए कोई दुकानदार का नाम नहीं बताया जाएगा.
शिक्षा माफिया सारा धंधा तत्काल प्रभाव से बंद कर दें. इन सभी नियमों को तोड़ने पर अगर किसी के भी खिलाफ शिकायत की गई तो मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.