महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा गठबंधन को लेकर लोग भले सफाई दें, मगर पिछले कुछ समय से चले आ रहे गतिरोध से यही लग रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच सबकुछ सही नहीं चल रहा है. ऐसा लग रहा है कि प्रदेश भाजपा और शिवसेना में अभी भी मनमुटाव कायम है. यही कारण है कि शिवसेना फड़नवीस सरकार को लगातार नसीहत देती दिख रही है.
सोमवार को शिव सेना ने योगी आदित्यनाथ की खुलकर तारीफ की. शिव सेना ने राज्य के लोगों के कल्याण के लिए योगी सरकार द्वारा लिए गये त्वरित और बेहतरीन निर्णयों के लिए योगी आदित्यनाथ की तारीफ की और वहीं लगे हाथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को सीएम योगी से नसीहत लेने की सलाह दे डाली.
शिव सेना के मुख्यपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में ये कहा गया है कि योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी आलोचनाओँ को गलत साबित किया है और राज्य के लोगों के कल्याण के लिए कई सारे अच्छे निर्णय लिये हैं. इस आलेख में अन्नपूर्णा योजना की भी प्रशंसा की गई है.
इसमें कहा गया है कि खंडहर हो चुके राज्य को ऊपर उठाने की योगी आदित्यनाथ की कोशिश काफी प्रशंसनीय है और वे काम के प्रति काफी गंभीर हैं.
इसके अलावा शिव सेना ने कैबिनेट की पहली ही बैठक में यूपी के किसानों की कर्जमाफी के योगी सरकार के फैसले की भी जमकर तारीफ की है और कहा है कि महाराष्ट्र में भी सभी पार्टियां इस मांग को जोर-शोर से उठाए.
योगी सरकार की तारीफ और फड़नवीस सरकार पर निशाना साधते हुए पत्र में लिखा गया है कि अगर महाराष्ट्र सरकार द्वारा भी इतनी गंभीरता दिखाई जाएगी, तो लोगों की दुआएं जरूर मिलेगी. योगी ने पहली ही बैठक में किसानों के कर्ज माफ कर दिये, मगर यहां की सरकार है कि कहती है कि हमारी सरकार योगी मॉडल का अध्ययन कर निर्णय लेने वाली है. जब तक यह अध्ययन पूरा होगा, तब तक हजारों और किसान अपने प्राण त्याग देंगे.
इसके अलावा यह भी कहा गया कि बिना काम के गंभीरता का मास्क पहनने से कोई फायदा नहीं. इससे अच्छा है कि जो सत्ता में हैं, वो योगी आदित्यनाथ की गंभीरता से कुछ सीख लें.
आपको बता दें कि फड़नवीस सरकार और शिव सेना ने महाराष्ट्र नगर निगम चुनाव में इसी मनमुटाव के कारण अलग-अलग चुनाव लड़ा था. हालांकि, ये पहला मौका नहीं है कि शिव सेना ने बीजेपी की फड़नवीस सरकार पर हमला बोला है, इससे पहले भी अपने मुख्यपत्र के जरिये वो सरकार को निशाने पर लेती रही है.