नई दिल्ली. एक बड़ी पुरानी कहावत है कि कुछ लोग पदचिन्हों पर चलते हैं और कुछ पदचिन्ह बनाते हैं. मध्यप्रदेश का एक कस्बा पदचिन्ह बना रहा है, कस्बे के लोगों की मेहनत ने कस्बे को सपनों का शहर बना दिया है. यहां घरों में RO प्लांट से पानी की सप्लाई होती है.
प्रदूषण मुक्त पब्लिक ट्रांसपोर्ट रिक्शा चलते हैं. सड़कों पर स्ट्रीट लाइट हैं. इस कस्बे में हर वो सुविधा है जो किसी हाईटेक शहर में भी नहीं होती. आज अभियान में .एमपी के इस मॉडल टाउन पर चर्चा की गई जो देश के बाकि कस्बों के लिए मिसाल है.
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