मुंबई. मुंबई के रहने वाले सुशील नारसियन के उस समय होश उड़ गए जब ओला कैब चालक ने उनको 149 करोड़ का बिल थमा दिया. उन्होंने इस कैब से मुश्किल से करीब 300 मिनट की यात्रा की थी.
जिस दिन यह घटना हुई थी उस दिन एक अप्रैल था तो लोगों को लगा है कि हो सकता है यह कोई मजाक हो. लेकिन जब सुशील ने इस बिल को ट्विटर पर शेयर किया तो ओला ने इस पर गंभीरता दिखाई और उनसे बुकिंग आईडी मांगी गई.
सूत्रों का कहना है कि ऐसा बिल तकनीकी खामी के चलते आया है. इसके बाद कंपनी की ओर से 127 रुपए का बिल जारी कर पूरा मामला दो घंटे में निपटा दिया गया. हालांकि सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं.
गौरतलब है कि
ओला और उबर जैसी कंपनियों पर उस समय ज्यादा बिल वसूलने का आरोप लगा था जब दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए ऑड-इवेन फॉर्मूला लागू किया था. उस समय इन निजी कंपनियों ने लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए खूब पैसे वसूले थे.
जब इसकी शिकायक लोगों ने सरकार से की तो कंपनियों ने अपनी गलती सुधारी थी और सरकार ने भी इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई का फैसला कर लिया था.
आपको बता दें कि इस समय देश के महानगरों में काफी संख्या में निजी कंपनियां टैक्सी सेवाएं दे रही हैं. अभी तक इनका नेटवर्क सिर्फ मेट्रो शहरों में ही था.
लेकिन अब यह
लखनऊ, कानपुर, जयपुर, भोपाल जैसी जगहों पर सेवाएं दे रही हैं इनकी वजह से लोगों को काफी सुविधा हो गई है लेकिन कोई रेग्यूलेशन न होने की वजह से कई बार आम जनता को परेशानी का भी सामना करना पड़ता है.