पटना : अपने अलग और चुटकी लेने वाले अंदाज में जवाब देने के लिए मशहूर नेता आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने ‘मिट्टी घोटाले’ के आरोपों पर भी कुछ इसी अंदाज में जवाब दिया है. उन्होंने बीजेपी के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा है कि वह खुद चिड़ियाघर को मुफ्त में गोबर देते आ रहे हैं.
बीजेपी नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आरोपों का खंडन करते हुए लालू ने कहा कि जो भी जांच करवाना चाहे, मोदी करवा सकते हैं, उन्हें कोई आपत्ति नहीं है.
लालू ने कहा, ‘चिड़ियाघर में जाकर जांच की जा सकती है. जांच से मुझे कोई परेशानी नहीं है. अगर हमको पैसा मिला होगा तो रिकॉर्ड में होगा ही. हम तो खुद ही चिड़ियाघर को अपनी गायों का गोबर मुफ्त में देते आए हैं.’
क्या है ‘मिट्टी घोटाला’ मामला?
सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव पर 90 लाख के मिट्टी घोटाले का आरोप लगाया है. पटना में बन रहे एक मॉल को लेकर सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि मॉल की मिट्टी को बिना टेंडर किए ही जू को बेच दिया गया है.
उन्होंने कहा कि जू में मिट्टी की कोई जरूरत नहीं थी, लेकिन मॉल की मिट्टी को ठिकाने लगाना था, इसलिए 90 लाख का टेंडर दिया गया और मिट्टी को ठिकाने लगाया गया. मोदी ने कहा कि संजय गांधी जैविक उद्यान पर्यावरण एवं वन विभाग के अन्तर्गत आता है, जिसके मंत्री लालू के बेटे तेज प्रताप हैं, जू के सौंदर्यीकरण के नाम पर जबरदस्ती ही 90 लाख रुपए का एस्टीमेट पगडंडी बनाने के नाम पर किया गया और बिना टेंडर लिए ही 90 लाख का काम रूपसपुर के विरेंद्र यादव को सौंप दिया गया.
एक वेबसाइट में छपी खबर के बाद से ही मॉल विवादों के घेरे में आ गया है, उसके बाद से ही मिट्टी घोटाले की बात सुर्खियों में आने लगी हैं. सुशील कुमार मोदी ने लालू और उनके बेटे तेज प्रताप यादव, तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में मोदी ने यह बात कही और इस मामले में दस्तावेज भी पेश किए.
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि मॉल से मिट्टी की ढुलाई का काम रात 10 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक हो रहा है, और यह काम पिछले 2 महीनों से हो रहा है, जबकि रात में जू में कोई निर्माण का काम नहीं होता है. मोदी ने लालू परिवार पर आरोप लगाया है कि मॉल की मिट्टी को अपने ही विभाग में बेच कर उन्होंने 90 लाख की कमाई कर ली है.