मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से गर्वनेंस पर बहुत ध्यान दिया जा रहा है. हर विभाग मुस्तैदी से काम करता दिखाई दे रहा है लेकिन पुलिस विभाग का इस पर कोई असर नहीं हो रहा है.
थानों और चौकियों में खुलेआम रिश्वत का खेल जारी है.ताजा मामला मुरादाबाद जनपद के मझोला थाना क्षेत्र का है जहां एक किसान को छेड़छाड़ के मामले में जेल भेजने की धमकी देकर थाना प्रभारी का रिश्वत मांग रहा है.
इस पूरे मामले का ऑडियो हमारे पास है लेकिन उसे हम सुना नहीं सकते हैं क्योंकि इसमें थाना प्रभारी किसी को भद्दी गालियां दे रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक किसान हाजी कमरुल से एसओ डीके शर्मा मुकदमे से बचने के लिए एक कार और पचास हजार रूपये नगद देने की बात कह रहे हैं
और देने पर वह कमरूल को गालियां और जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं. मझोला के सिरकोई भूड़ मोहल्ले में रहने वाले कमरुल का कहना है कि उसका पड़ोस में रहने वाले कुछ लोगों से विवाद चल रहा है.
दूसरे पक्ष के लोगों ने उसके खिलाफ लड़की को छेड़ने का झूठा आरोप लगा दिया और मामला कोर्ट में चल रहा है इतना ही नहीं मझोला थाने में भएक झूठी शिकायत की गई है.इसके बाद एसओ फोन पर लगातार कमरुल से पैसा और कार देने का दबाव बना रहे हैं.
काफी दिनों से कमरुल को परेशान करने के बाद एसओ ने आज उसे जेल भेजने की धमकी दी तो कमरुल ने रिश्वत मांगने का ऑडियो इनखबर/इंडिया न्यूज को दे दी.
मामला मीडिया में आने के बाद एसएसपी ने थाना प्रभारी डीके शर्मा को लाइन हाजिर कर दिया है और पूरे मामले की जांच सिविल लाइन थाने के सीओ सौंप दी ह
कमरुल के ऊपर लगाया गया आरोप कितना सही है यह तो जांच के बाद पता चलेगा लेकिन सवाल इस बात का है थाना प्रभारी की इस हरकत से पुलिस का चेहरे पर एक और दाग लग गया है.
सवाल इस बात का है थानों और चौकियों में तैनात पुलिसकर्मी रिश्वत न मांगे और विभाग में भ्रष्टाचार न हो इसके लिए रोडमैप कैसे तैयार होगा ?
(खबर में तस्वीर पीड़ित की है)