मुंबई : मुंबई में दो बहनें अपने माता पिता से परेशान हो कर घर छोड़कर दर दर भटक रही हैं. लड़कियों का आरोप है की माता-पिता कम कपड़े पहनना, मेकअप करना, सोशल मीडिया पर बात करना और दोस्तों से मिलना पसन्द नहीं था. इसीलिए माता-पिता मारते-पीटते थे और गलत-गलत आरोप लगाते थे.
इस सबसे तंग हो कर दोनों बहनों ने घर छोड़ दिया है और अब वे मोदी सरकार से मदद की गुहार लगा रही हैं. शिवांगी सुले और समीरा सुले संगी बहने हैं. दोनों ने ही अपने माता पिता से परेोशान होकर घर छोड़ दिया है. उन्होंने अपने माता-पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
माता-पिता नहीं चाहते बेटियां
इन दोनों बहनों का कहना है की उनके पिता को मॉर्डन कल्चर और उनका लड़की होना पसन्द नहीं है. दोनों कही जाती थीं तो शक की नजर से देखते थे. जब कोई कपड़े पहनती थी तो बोलते थे की ये कपड़े क्यों पहने? पाउडर लगाया तो बोलते थे क्यों लगाया? मेकअप करती थी तो बोलते थे क्यों मेकअप किया? सोशल मीडिया पर किसी से बात करते देखते थे तो पूछते थे कि किस्से बात कर रही हो? मैसेज भी देखते थे.
बहनों ने बताया कि उनेक पिता गुस्से से उन्हें मारते भी थे. उन दोनों के पीछे जासूस भी लगाते थे. इस सबसे परेशान बहनों ने अपना घर छोड़ दिया. शिवांगी और समीरा का कहना है कि अब भी उनके पिता उन्हें परेशान कर रहे हैं. जिस बिल्डिंग में जाती हैं वहां जासूस भेजते हैं और उन्हें बदनाम करते हैं. उनके बिल्डिंग में बोलते हैं कि दोनों लड़कियां ड्रग लेती हैं और गलत धंधा करती हैं.
धमकी दे रहे हैं पिता
शिवांगी ने माता-पिता से परेशान होकर 2 दिसम्बर को घर छोड़ दिया है. वह तब से इधर उधर भटक रही है. वह अपने माता पिता से इतना डर गयी है की अब अपना पता किसी को नही बताती है.
शिवांगी LLB की पढ़ाई करके नौकरी कर रही जबकि समीरा आर्किटेक की पढाई कर रही है. शिवांगी और समीरा ने 23 मार्च को अपने माता पिता के खिलाफ मलाड पुलिस स्टेशन में शिकायत भी दर्ज कराई है. बहनों का कहना है कि माता-पिता उन्हें धमकी दे रहे हैं और गुंडे भेज रहे हैं.
बता दें कि इससे पहले भी दिसम्बर 2016 में शिवांगी ने अपने माता-पिता के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. शिवांगी का कहना है की उनके माता-पिता कोर्ट में गए हैं और दोनों बेटियों को सम्पति से निकाल देने और बिल्डिंग में न आने देने की मांग की है. वहीं, इस मामले में शिवांगी के माता-पिता से कोई बात नहीं हो पाई है. उनके फोन बंद आ रहे हैं.