नई दिल्ली : अगर आप ई-रिक्शा किराये पर देकर चलवा चला रहे हैं या खुद चला रहे हैं तो जरूर संभल जाएं. दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो रास्ते में जरूरी काम का बहाना बनाकर ई-रिक्शा रिजर्व करते थे और फिर रिक्शे वाले को नशीला पदार्थ खिलाकर लूट लेते थे.
ये लूटेरे ई-रिक्शा लूट की वारदात को दिल्ली एनसीआर के साथ-साथ यूपी में भी अंजाम देते थे. रिक्शे को रिजर्व करने के बाद लुटेरे रास्ते में बहाने से रिक्शा रुकवा लेते थे. फिर ड्राइवर को बातों में लगाकर चाय-कोल्ड ड्रिंक या पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पीने के लिए देते थे. फिर ड्राइवर के बेहोश होने के बाद रिक्शा लूट कर रफू चक्कर हो जाते थे. पुलिस ने गिरोह के चार बदमाशों को रिसीवर सहित गिरफ्तार किया है.
7 हजार में बेचा रिक्शा
वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड की पुलिस टीम ने गैंग लीडर उमेश और उसके साथियों अशोक, कालू मांझी और लूट वाला रिक्शा खरीदने वाले रिसीवर शफीक को गिरफ्तार किया है.
अशोक अपने साथियों के साथ वारदात को अंजाम देकर लूट का ई-रिक्शा मात्र 7 हजार में शफीक को बेच दिया करता था. बाद में शफीक उसी रिक्शे को 200 रुपये रोजाना पर किराये पर देकर चलवाता था.
कई जगहों पर की वारदात
पूछताछ में बदमाशों ने पुलिस को बताया की वे लोग वेस्ट दिल्ली, सेंट्रल दिल्ली, रोहिणी, ईस्ट डिस्ट्रिक्ट, नॉएडा में वारदात को अंजाम चुके हैं. यूपी का रहने वाला उमेश कुमार पहले आजाद मार्किट में ओल्ड रिक्शा चलाता था लेकिन कमाई नहीं हो रही थी. इसी बीच वह अशोक गुप्ता के संपर्क में आया और शार्ट कर्ट से कमाने के चक्कर में ई रिक्शा लूटने लगा. ये गिरोह एक दर्जन से ज्यादा वारदात को ये लोग अंजाम दे चुके हैं.