पटना. बिहार का नाम लेते ही एक जमाने में अपहरण, लूट, हत्या और नक्सलवाद की तस्वीरें उभर कर सामने आती हैं. लेकिन बिहार के ही कुछ पुलिस अधिकारियों ने राजनेताओं और अपराधियों के गठजोड़ के आगे कभी हार नहीं मानी. उनके नाम से ही अपराधी खौफ खाते हैं और यही वजह की अब बिहार की नई तस्वीर उभर रही है.
1- शिवदीप लांडे
आईपीएस शिवदीप लांडे को बिहार में सिंघम के नाम से जाना जाता है. मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले शिवदीप काफी साधारण परिवार से आते हैं. आईपीएस बनने के बाद जब बिहार उनकी पोस्टिंग हुई तो उनके खौफ से अपराधी कांपने लगे. हष्टपुष्ट शरीर के शिवदीप के ग्लैमर से कॉलेज और विश्वविद्यालय की लड़कियां उन पर दिवानी हैं. वह छेड़खानी करने वालों के खिलाफ भी काफी सख्ती से पेश आते हैं फिर चाहे आरोपी कितने भी रसूखदार परिवार से क्यों न हो.
2- विकास वैभव :
2003 के बैच के आईपीएस हैं. बिहार विधानसभा से ठीक पहले उन्होंने दंबग विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार किया था जिनको बिहार में छोटे सरकार के नाम से जाना जाता है. अनंत सिंह पर कोई भी अधिकारी हाथ डालने से कांपता था. अनंत का खौफ मीडियाकर्मियों में भी बहुत ज्यादा था. आईआईटी कानपुर से पढ़े विकास वैभव कई अभियानों में हिस्सा ले चुके हैं. अपराधियों के मनोभावों को पढ़ने में विकास वैभव को महारत हासिल है.
3- रत्न संजय :
बाहुबली और आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के साम्राज्य से टक्कर आईपीएस रत्न संजय ने ही किया था. सीवान के दो युवकों पर तेजाब फेंकने की घटना के बाद रत्न संजय ने शहाबुद्दीन पर कार्रवाई की थी. कई घंटे की गोलीबारी के बाद शहाबुद्दीन के घर से पाकिस्तान में बनी एके-47 बरामद की गई थी. इसके अलावा शेर, हिरण और जंगली जानवरों की खाल बरामद हुई थी.
4- कुंदन कृष्णन :
आईजी कुंदन कृष्णनन एक जमाने में काफी मशहूर एसपी थे. एक बार उनके ऊपर आरजेडी के बाहुबली विधायक आनंद मोहन ने हमला कर दिया तो एसपी साहब ने आरजेडी विधायक को सरेआम पिटा था. उसके बाद उनका खौफ अपराधियों में बढ़ता चला गया. एक बार वह अपराधियों से टक्कर लेने के लिए अकेले ही एके-47 लेकर चले गए थे.
5- मनु महाराज :
आईपीएस मनु महाराज इस समय बिहार पुलिस का सबसे चर्चित चेहरा हैं अपने स्टाइल कड़क मिजाज के चलते अपराधी उनका नाम सुनते ही जिला छोडकर भाग जाते हैं. हाल ही में ही एक किडनैपिंग का मसला सुलझाने के लिए मनु महाराज खुद ही हथियारों से लैस होकर जंगलों की खाक छानते दिखे थे और पीड़ित को छुड़ा लिया था.