नोएडा. उत्तर प्रदेश के सीएम और नोएडा के साथ जुड़ा मिथक लगता है इस बार योगी आदित्यनाथ तोड़ देंगे. सीएम योगी ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण से कई योजनाओं की जानकारी मांगी है.
जो जानकारी मांगी गई है उनमें प्राधिकरण की ओर चलाए जा रहे इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट, सिविक से जुड़े काम प्रमुख हैं. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के आदेश के बाद से तीनों ही प्राधिकरण की ओर से सारी जानकारी भेज दी गई है.
जो ब्यौरा दिया गया है उसमें तीनों प्राधिकरण की स्थापना से लेकर अब तक किए गए कामों और उसके उद्देश्य की जानकारी दी गई है. सोमवार को ही सीएम योगी ने सभी विभागों के मुख्य सचिनों के साथ बैठक की थी उसके बाद उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास विभाग के प्रिंसपल सिक्रेटरी रमारमन ने तीनों ही प्राधिकरण से जानकारी मांगी थी.
इस जानकारी में तीनों प्राधिकरणों ने अपने स्थाई और अस्थाई कर्मचारियों की डिटेल भी दी है. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश का कोई भी सीएम बीते 10 सालों में नोएडा नहीं आया है. ऐसा कहा जाता है कि जो भी मुख्यमंत्री नोएडा जाता है उसे दोबारा कुर्सी नसीब नहीं होती है माने उसकी सरकार गिर जाती है.
इसका नुकसान नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लोगों को उठाना पड़ा है क्योंकि इन जगहों पर कई तरह के जमीन घोटाले और प्राधिकरण के भ्रष्टाचार सामने आए हैं जिनमें अधिकारियों की मिलीभगत भी है.
लेकिन किसी भी मुख्यमंत्री ने कभी नोएडा जाकर जमीनी हकीकत जानने की जहमत नहीं उठाई है. माना जा रहा है कि प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने वाले योगी आदित्यनाथ किसी भी दिन नोएडा आ सकते हैं.