मुबंई: सड़क पर चलने वाली एम्बुलेंस को हर किसी ने देखा होगा. लेकिन अब रेल की पटरियों पर भी तमाम सुविधाओ से लैस रेल एम्बुलेंस दौड़ेगी.
सड़क पर चलने वाली एम्बुलेंस में सुविधाओं की कमी रहती है. लेकिन अब भारत में सभी सुविधाओ से लैस रेल एम्बुलेंस दौड़ेगी. ये एम्बुलेंस लोगों का घुम घुमकर इलाज करेगी. देश की पहली रेल एम्बुलेंस को सेंट्रल रेलवे की सेवा में शामिल कर दिया गया है. अब यह उन सभी जगहों पर पहुंच सकती है जहा अगर रेल एक्सीडेंट होता है.
आपातकालीन हालात में तुरंत इलाज
इसके अलावा कोई नैसर्गिक आपदा आ जाने पर भी ये रेल एम्बुलेंस लोगों को राहत मुहैया कराने में कारगर साबित होगी. इस सुविधा से लोगों को आपातकालीन हालात में तुरंत मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी.
ये हैं सुविधाएं
रिपोर्ट्स के मुताबिक शुरुआत में 4 डिब्बो की वातानुकूलित रेल एम्बुलेंस को भारतीय रेल सेवा में शामिल किया गया है. इसमें एक साथ 50 लोगों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया सकता है. सुविधाओं की बात की जाए तो इस रेल एम्बुलेंस में ECG, सभी तरह के खून की जांच, BP की जांच, शुगर जांच, फिजियोथेरिप्ट, X-rey सहित वो तमाम सुविधाएं हैं जिसके जरिए मरीजों को तुरंत मेडिकल सहायता दी जा सकती है.
हो सकता है ऑपरेशन
इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर इस रेल एम्बुलेंस में छोटा ऑपरेशन भी किया जा सकता है. जिसके लिए अलग से ऑपरेशन थिएटर भी बनाया गया है. इसमें एक साथ कम से कम 7 से 8 डॉक्टर मौजूद रहेंगे. साथ ही इसमें सभी तरह की दवाएं भी उपलब्ध होंगी.
ऑर्गन ट्रांस्पलांट
सबसे खास बात ये है इस रेल एम्बुलेंस को ऑर्गन ट्रांस्पलांट के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इस रेल एम्बुलेंस से वक्त की भी काफी बचत होगी. वहीं इसका इस्तेमाल वहां के लिए भी किया जाएगा जहां कभी भी किसी को मेडिकल सहायता नहीं मिल पाती है. ऐसी जगह इस रेल एम्बुलेंस को ले जाकर डॉक्टर के माध्यम से मेडिकल चेकअप कैंप लगाया जाएगा ताकि उन्हें भी मेडिकल सहायता मिल सके.
फिलहाल मुबंई से लोनावला स्टेशन तक ट्रायल के तहत इस रेल एम्बुलेंस को चलाया गया.