सोमनाथ. देश भर में धूमधाम और उत्साह के साथ होली का त्यौहार मनाया जाता है. मगर गुजरात के एक गांव में कुछ अलग तरीके से होली मनाई जाती है. देवली गांव में होलिका दहन के बाद अंगारे पर चला जाता है.
इस गांव में होलिका उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. मगर होलिका दहन के बाद यानी सुबह चार बजे होली के बचे अंगारे जमीं पर बिछा दिए जाते हैं और उसके बाद उस अंगारे पर बुजुर्ग- युवक चलते हैं.
इन लोगो का कहना है कि होलिका दहन के बाद अंगारो पर चलने की परंपरा सदियों से चली आ रही है जिसे इन लोगों ने जीवित रखा है. इनका दावा है कि सादियों से चली आ रही इस परंपरा में आज तक कोई जला नहीं है.