इंफाल: मणिपुर में कांग्रेस की 15 साल पुरानी सत्ता को खत्म करने के लिए बीजेपी ने इस बार मास्टर प्लान बनाया है. बीजेपी का यही प्लान असम और अरुणाचल चुनावों में काम कर चुका है और अब मणिपुर में भी बीजेपी 15 साल का राजनीतिक सूखा खत्म होने की उम्मीद लगाए बैठी है. पार्टी इस बार पूरे 60 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. पिछली बार पार्टी सिर्फ 19 सीटों पर ही चुनाव लड़ी थी.
माना जा रहा है कि मणिपुर में जीत के लिए पार्टी असम की चुनावी रणनीति को ही दोहरा रही है. गौरतलब है कि असम में पार्टी ने कई हाई प्रोफाइल कांग्रेस नेताओं को अपने साथ मिला लिया था जिनमें हिमंता बिश्वास सरना भी शामिल हैं जो अब राज्य सरकार के एक महत्वपूर्ण मंत्री हैं.
मणिपुर में भी बीजेपी ने वही दाव खेला है. यहां भी कांग्रेस के 6 विधायकों ने इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा और सभी को पार्टी ने टिकट दे दिया.
नंबोल सीट से बीजेपी के प्रत्याशी टी चाओबा सिंह ने कहा हम 30 से 35 सीट जीतकर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनेंगे.
इसके अलावा दूसरा पक्ष ये भी है कि असम में वोटिंग पर्सेंटेज बढ़ा था जिसका फायदा बीजेपी को हुआ था. वहीं इस बार मणिपुर में भी बंपर वोटिंग हुई है. पहले और दूसरे चरण में 86 फीसदी मतदान हुआ है.