वडोदरा : वडोदरा में शिक्षा के नाम पर करोड़ों की उगाही का मामला सामने आया है, वडोदरा के वाघोडिया स्थित सुमनदीप विद्यापीठ के संचालक मनसुख शाह को एंटी करप्शन ब्यूरो ने 20 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है. एसीबी ने जब इस मामले की छानबीन की तो सैकड़ों करोड़ों का मामला सामने आया.
वाघोडिया रोड के कल्याण नगर स्थित सुमनदीप विद्यापीठ के संचालक मनसुख शाह ने तमाम फीस भरने के बावजूद आखिरी परीक्षा में बैठने के लिए विद्यार्थी से 20 लाख की मांग की थी जिसकी सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को मिलते ही उसने जाल बिछाया.
एसीबी रंगेहाथों पकड़ा
विद्यापीठ के कलेक्शन सेंटर में जैसे ही विद्यार्थी के परिजन ने 20 लाख रुपए जमा कराये जिसकी सूचना मनसुख शाह को दी गई और कन्फर्मेशन मिलते ही एसीबी की टीम ने छापा मारकर मनसुख शाह, द्रुमिल शाह, भारत सावंत, अशोक टेलर नाम के चार लोगो को हिरासत में ले लिया.
कलेक्शन सेंटर में हुई छापेमारी के बाद एसीबी की टीम ने जब पानीगेट स्थित उद्योग नगर सोसाइटी में मनसुख शाह के यहां छापेमारी की तो करीबन 1,00,87,795 रुपये की सामग्री बरामद हुई जिसमें ज्यादातर सोने के जेवर थे.
लेता था बिना तारीख का चेक
भारत सावंत की घर से छानबीन करने पर 4,18,267 की सामग्री मिली. वहीं, अशोक टेलर के घर से 8,78,093 रुपये की सामग्री मिली और द्रुमिल शाह की तलाशी पर 6,09,410 रुपये की सामग्री जब्त की गई.
इन सबके अलावा सुमनदीप विद्यापीठ के प्रबंधन कार्यालय से 43,63,70,961 रुपए की एफडी के कागजात मिले जो मनसुख शाह और उनके परिवार वालो के नाम पर थे. सबसे हैरान कर देने वाली बात ये थी एसीबी मनसुख शाह से 220 बिना तारीख के चेक बरामद किए गए जो करीबन 1,01,57,42,360 रुपए के थे.
पता चला है कि विद्यार्थियों को एडमिशन देते वक्त मनसुख शाह उनसे बिना तारीख के चेक ले लेता था और कैश चुकाने के बाद चेक उन्हें वापस कर देता था.