रायपुर. छत्तीसगढ़ में जब एसीबी यानी भ्रष्टचार निरोधक दस्ते ने एक सरकारी अधिकारी के घर पर छापा मारा तो टीम के लोगों की आंखें खुली रह गईं. उसके घर से इतने सोने के गहने कि तौलना पड़ गया और जिसके लिए बाहर से तराजू मांगना पड़ा. . मिली जानकारी के मुताबिक एसीबी ने 9 भ्रष्ट […]
रायपुर. छत्तीसगढ़ में जब एसीबी यानी भ्रष्टचार निरोधक दस्ते ने एक सरकारी अधिकारी के घर पर छापा मारा तो टीम के लोगों की आंखें खुली रह गईं. उसके घर से इतने सोने के गहने कि तौलना पड़ गया और जिसके लिए बाहर से तराजू मांगना पड़ा. .
मिली जानकारी के मुताबिक एसीबी ने 9 भ्रष्ट अधिकारियों के छापा मारा था. इस कार्रवाई में एक अधिकारी ने गांव वाले घर मेें स्वीमिंग पुल तक बनवा रखा था.
दूसरे अधिकारी के घर से 8 लाख रुपए के मूल्य की डॉलर और जापानी मुद्रा येन मिली है. इस छापे में अब तक 50 करोड़ की प्रॉपर्टी सामने आई है जो इन अफसरों ने काली कमाई के जरिए बनाई थी.
बताया जा रहा है कि बाजार रेट पर इस प्रॉपर्टी को अगर आंका जाएगा तो इसकी कीमत और ज्यादा हो जाएगी. इसमें तो दो अधिकारियों के पास से 40 से ज्यादा प्लॉट, खेती की जमीन मिली है.
वहीं छापे में बैंक के लॉकर में रखे गहनों से जुड़े दस्तावेज भी बरामद हुए हैं अभी इसकी पूरी जांच होना बाकी है. इन भ्रष्ट आधिकारियों ने कुछ प्रॉपर्टी और रुपया अपने करीबी रिश्तेदारों के नाम भी कर रखा है.
इन अफसरों में समाज कल्याण विभाग के अतिरिक्त निदेशक एमएल पांडेय के खिलाफ 9 साल पहले भी 90 लाख के गबन का आरोप लग चुका है लेकिन उस समय मामले को दबा दिया गया था.
आपको बता दें कि एसीबी ने ऐसी कार्रवाई 5 महीने बाद की है. इससे पहले भी इस तरह के छापे में कई सरकारी बाबुओं की काली कमाई की सच्चाई सामने आई थी.
वहीं इस कार्रवाई के बारे में एसीबी ने बताया है कि बरामद हुआ पैसा और प्रॉपर्टी के आंकलन के बाद सही-सही बताया जा सकेगा कि कितनी काली कमाई बरामद की गई है.