कश्मीर के बांदीपुरा और कुपवाड़ा जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मंगलवार को हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गये, जबकि मेजर एस दहिया समेत चार जवान भी शहीद हो गये. वहीं, सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के कमांडिंग अफसर चेतन कुमार चीता समेत 10 जवान जख्मी हुए हैं.
जम्मू: कश्मीर के बांदीपुरा और कुपवाड़ा जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मंगलवार को हुई मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गये, जबकि मेजर एस दहिया समेत चार जवान भी शहीद हो गये. वहीं, सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के कमांडिंग अफसर चेतन कुमार चीता समेत 10 जवान जख्मी हुए हैं.
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इनका इलाज श्रीनगर के बेस अस्पताल में चल रहा है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंगलवार की शाम कुपवाड़ा के हंदवाड़ा इलाके में आतंकियों के होने की सूचना मिली. इसके बाद सेना की 30 आरआर टुकड़ी और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिल कर इलाके की घेराबंदी की. इस दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी मारे गये.
हालांकि, ऑपरेशन के दौरान मेजर एस दहिया समेत चार जवानों को भी गोली लग गयी. अस्पताल में मेजर आखिर जिंदगी की जंग हार गये. वहीं, एक नागरिक भी घायल हुआ है. इससे पहले, मंगलवार तड़के सुरक्षा बलों ने आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर बांदीपुरा जिले के हाजिन क्षेत्र के पारे मोहल्ला की घेराबंदी कर दी.
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सुरक्षा बल आतंकियों के नजदीक पहुंच ही रहे थे कि मुठभेड़ शुरू हो गयी. आतंकियों के साथ गोलीबारी में सुरक्षा बलों के नौ जवान जख्मी हो गये, जिनमें से तीन की बाद में मौत हो गयी. इस दौरान एक आतंकी भी मारा गया, जिसकी अभी पहचान नहीं हो सकी है. घायलों में सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के कमांडिंग अफसर चेतन कुमार चीता भी शामिल हैं. गोलीबारी के दौरान हाजिन इलाके में कई जगह पत्थरबाजी भी हुई.
बीएसएफ के डीआइजी धर्मेंद्र पारीक ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि सुरंग निरोधक अभ्यास के दौरान बीएसएफ ने सोमवार को रामगढ़ सेक्टर में भारतीय सीमा के अंदर बाड़ से पहले करीब 20 मीटर लंबी सुरंग का पता लगाया. सुरंग का आकार ढाई फुट लंबा और ढाई फुट चौड़ा है.
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सुरंग का छोर पाकिस्तान की तरफ पाया गया और यह क्षेत्र में भारतीय सीमा से करीब 20 मीटर पहले खत्म हो जाता है. सुरंग अभी तक पूरा नहीं हो पायी है. सुरंग का पता लगने से भारतीय क्षेत्र में आतंकियों को घुसाने के पाकिस्तान की नापाक साजिश को टाल दिया गया है.