बेंगलुरु : तमिलनाडु सरकार द्वारा सांड के खेल जलीकट्टू को कानूनी रूप देने के लिए बिल लाने के बाद कर्नाटक में भैसों की पारंपरिक दौड़ ‘कम्बाला’ संबंधित बिल को कर्नाटक विधानसभा में सर्वसम्मति से पास कर दिया गया है. इस बिल के पास होने के बाद अब इस खेल को कानूनी मान्यता मिल जाएगी.
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा था कि उनकी सरकार इस आयोजन की समर्थक है और उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले में उसी तरह का अनुकूल कदम उठाना चाहिए जैसा कि उसने जलीकट्टू के मामले में उठाया है. उन्होंने कहा कि हम इस मसले पर विचार करेंगे और जरूरी हुआ तो अध्यादेश भी ला सकते हैं.
बता दें कि जलीकट्टू आंदोलन से प्रेरित होकर मंगलुरु की कम्बाला समितियों ने मीटिंग कर यह तय किया है कि 28 जनवरी को दक्षिण कन्नड़ जिले के मूडबिडरी में विशाल प्रदर्शन किया जाएगा. यही नहीं कम्बाला के आयोजकों ने यह निर्णय लिया है कि मंगलुरु में भी अगले हफ्ते एक विशाल प्रदर्शन कर कम्बाला पर लगी रोक को हटाने की मांग की जाएगी.