नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में ऐप पर आधारित टैक्सी सेवा देने वाली कंपनियों से जुड़े ड्राइवरों की हड़ताल जारी है. जिससे पर्यटकों और ऑफिस जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ा रहा है.
गौरतलब है कि दूसरे मेट्रो की शहरों की तरह दिल्ली-एनएसीआर में भी उबर और ओला जैसी कई कंपनियां इस समय ऐप के जरिए टैक्सी सेवाएं दे रही हैं. इनसे जुड़े ड्राइवरों की मांग है कि प्रति किलोमीटर किराया 21 रुपए किया जाए जो कि अभी 6 रुपए है.
इसके अलावा कई और भी मांगे हैं जैसे कि एक्सीडेंट हो जाने पर ड्राइवर को हर्जाना मिले, शेयरिंग बुकिंग बंद की जाए इसके साथ ही गाड़ियों की संख्या भी सीमित की जाए. लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि मुनाफे के खेल में शामिल ये कंपनियां ड्राइवरों की कितनी मांगों पर सहमत होती हैं.
वहीं दूसरी ओर से खबर है कि इन सेवाओं से जुड़े ड्राइवरों की पांच यूनियनों ने हड़ताल से वापस हाथ खींच लिया है. बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार के आश्वासन के बाद इन यूनियनों ने दोबारा से काम शुरू कर दिया है. लेकिन सर्वोदय ड्राइवर संघ ने अभी हड़ताल वापस नहीं लिया है.
इस संघ का दावा है कि इससे करीब डेढ़ लाख ड्राइवर जुड़े हैं और मांगे पूरी न हो जाने तक हड़ताल जारी रखने का फैसला किया है. एसडीएडी की ओर से किए गए इस ऐलान के बाद अब ड्राइवरों में भी काफी उहापोह की स्थिति है.
काली-पीली टैक्सियां और ऑटो संघ हड़ताल से बाहर
इस हड़ताल से काली-पीली टैक्सियां चलाने वाले ड्राइवर और ऑटो संघों का भी समर्थन नहीं मिला है. ऐसे में देखने वाली बात यह है कि कंपनियां इस हड़ताल के आगे कितना झुकेंगी.