नई दिल्ली : आज का दिन जेएनयू की आने वाली जनरेशंस को ही नहीं देश की आने वाली जनरेशंस में भी चर्चा का विषय रहेगा. जेएनयू में पिछले साल 9 फरवरी का एक ऐसा वीडियो सामने आया कि पूरे देश में बहस छिड़ गई कि आखिरी जेएनयू में ऐसा क्या होता है जो और किसी यूनीवर्सिटी में नहीं होता?
राष्ट्रवाद और वामपंथ में दो तीन चेहरे ऐसे उभरे जो कुछ के लिए हीरो और बहुतों के लिए विलेन बन गए. इस साल फिर फरवरी का महीना आ गया है और शुरुआत हो गई है जेएनयू को कुछ दिनों के लिए भगवा रंग में सराबोर कर देने की.
डीयू में हो चुका है उड़ान महोत्सव
संघ परिवार द्वारा समर्थित नाट्य संस्था ‘उड़ान’ अपने गठन के दूसरे साल में ही जेएनयू में तीन दिन का बड़ा महोत्सव करने जा रही है. पिछले साल ये उड़ान महोत्सव दिल्ली यूनीवर्सिटी में हुआ था तो अनुपम खेर, अनु मलिक, मधुर भंडारकर, चंद्रप्रकाश जैसे बॉलीवुड के कई दिग्गज उड़ान उत्सव में स्टूडेंट्स का हौसला बढ़ाने आए थे. इस बार ये महोत्सव जेएनयू में होगा, जिसके तहत स्ट्रीट प्ले, कार्टूनिंग, फोटोग्राफी, पेटिंग जैसी कई कलाओं का कॉम्पटीशन होगा. एक्टिंग की वर्कशॉप उड़ान पहले ही लगा चुका है.
इस साल ये उत्सव 15, 16 और 17 फरवरी को जेएनयू कैम्पस में होगा और 14 फरवरी की शाम को 8 बजे से एक विशाल मार्च के जरिए उस महोत्सव का आगाज होगा. पूरा कार्यक्रम और उसमें होने वाले नाटक राष्ट्रवाद से सराबोर हैं और मार्च गंगा ढाबे से साबरमती हॉस्टल तक होगा, जिसको उड़ान इन्वीटेशन यात्रा का नाम दिया गया है.
बॉलीवुड से जुड़ी लेखिका अद्वैता काला और डायरेक्टर सुदीप्तो सेन के साथ उड़ान के पदाधिकारी इस मार्च की अगुवाई करेंगे, ऐसे में भारत माता की जय के नारे लगना स्वभाविक हैं. ऐसे में जेएनयू में सैकड़ों स्टूडेंट्स बाहर से भी होंगे. ऐसे में वामपंथी स्टूडेंट्स और प्रोफेसर्स का रुख क्या रहेगा, कहा नहीं जा सकता.
संघ की मीडिया टीम के लोग शामिल
कुल 8 अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताएं और कार्यक्रम इन तीन दिनों में होंगे, दिल्ली के कई कॉलेजों के कुल 2000 स्टूडेंट्स इसमें हिस्सा लेंगे और ये सारे कार्यक्रम जेएनयू कैम्पस में ही होंगे. अभी तक मुकेश खन्ना, चंद्र प्रकाश द्विवेदी, मनोज तिवारी, मालिनी अवस्थी, मनोज जोशी, विक्टर बनर्जी, अद्वैता काला और सुदीप्तो सेन जैसे चेहरों ने इसमें हिस्सा लेने की हामी भर दी है.
इस आयोजन को सफल बनाने के लिए करीब 200 वॉलेंटीयर्स दिन रात लगे हुए हैं. दिलचस्प बात ये भी है कि संघ की मीडिया टीम के भी कुछ लोग इसमें मौजूद रहेंगे. वैसे भी हिंदी और अंग्रेजी के अलावा संस्कृत में अपनी प्रस्तुति रखने की छूट है और टॉपिक तो जगजाहिर है राष्ट्रवाद से ही जुड़े रहेंगे. ऐसे में फरवरी में अगला हफ्ता जेएनयू में भगवा रंग की लहर लाने वाला है, शुरुआत 14 फरवरी से हो जाएगी.