नई दिल्ली : भारतीय सेना पीओके की जमीन का किराया दे रही थी. सीबीआई ने इसकी जांच शुरु कर दी है. सीबीआई का कहना है कि भारतीय सेना पीओके के चार प्लाटों का किराया दे रही थी.
सेना के लिए किराए पर दी गई ये जमीनें पाक आधिकृत कश्मीर में आती हैं. सीबीआई ने इस मामले की एफआईआर दर्ज कर ली है. इसमें कुछ सैन्य अधिकारियों के शामिल होने का संदेह भी है. वे पिछले 16 साल से फर्जीवाड़ा करके चूना लगाते रहे.
प्राथमिकी के अनुसार वर्ष 2000 में उपसंभागीय रक्षा संपदा अधिकारी और नौशेरा के पटवारी ने कई निजी व्यक्तियों के साथ मिलकर कथित रुप से साजिश रची थी. जांच से पता चला है कि उपसंभागीय रक्षा संपदा अधिकारी , नौशेरा के पटवारी ने राजेश कुमार सहित कई लोगों से मिलकर पीओके जमीन को कथित रुप से सेना को किराए पर दी गई जमीन दिखाया गया.
सीबीआई जमीन से जुड़े फर्जी कागजों के आधार पर रुपए लेने वाले अधिकारियों की जांच कर रही है. सीबीआई अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि किराया कौन लेता था और किसके कहने पर किराया लिया जाता था.