लखनऊ: बुधवार देर रात बुजुर्ग व्यापारी की हत्या ने समूचे उत्तर प्रदेश या यू कहें पूरे देश को झकझोर दिया है. बेटे के हत्यारों को सज़ा दिलाने के लिए पैरवी कर रहे बुजुर्ग व्यापारी पिता की भी हत्या से पूरा परिवार और आसपास के लोग दहशत में आ गए हैं.
बुधवार रात को श्रवण साहू नाम के दवा कारोबारी दुकान पर बैठे थे तभी मोटरसाइकिल पर सवार बदमाश आकर उन पर गोलियां भूनकर भाग गए. श्रवण साहू को अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी.
क्या है पूरा मामला-
करीब तीन साल पहले बेटे आयुष की हत्या कर दी गई थी. जिसकी पैरवी बुजुर्ग पिता श्रवण साहू कर रहे थे. पिछले दिनों इस मामले को लेकर एक और विवाद हुआ था. जब पुलिस के ही एक मुखबीर अकील ने श्रवण साहू को झूठे केस में फंसाने की साजिश रची थी लेकिन भेद खुल गया था और इस केस में पुलिसकर्मी बर्खास्त भी हुए थे. अब शक की सूई उन्हों लोगों पर घूम रही है. पहले इकलौते बेटे की हत्या फिर पिता की हत्या कर दी गई. पुलिस पूरे मामले की जांच गंभीरता से कर रही है.
व्यापारियों ने की सुरक्षा की मांग-
वहीं बुजुर्ग व्यापारी की हत्या के बाद शुक्रवार को तमाम व्यापारी भी डीजीपी से मिलने पहुंचे और व्यापारियों के साथ होने वाली आपराधिक घटनाओं के चलते व्यापारियों की सुरक्षा की मांग की है. मामले की गंभीरता को देखते हुए जहां पुलिस की तमाम टीमों को मामले के खुलासे के लिए लगाया गया है. वहीं यूपी एसटीएफ भी इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए काम कर रही है. यही नहीं जेल में बंद संभावित आरोपी को लेकर जांच पड़ताल की जा रही है.
जेल में बंद है आरोपी
एडीजी एलजो दलजीत सिंह ने बताया है कि माना जा रहा है घटना के पीछे आयुष की हत्या का आरोपी अकील ही है. जो फिलहाल जेल में बंद है. जेल में रहकर बुजुर्ग श्रवण साहू की हत्या की साज़िश अकील ने ही की है.दलजीत सिंह चौधरी की मानें तो जेलों में पहले से सख्ती की गई है. तमाम जेलो में जैमर लगा दिया गया है. इस घटना में जेल में बंद किसी व्यक्ति या किसी जेल के व्यक्ति की मिली भगत पाई गई तो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.