नई दिल्ली : एम्स में एक आदमी के नकली डॉक्टर बनकर मरीजों को एडमिट कराने का मामला सामने आया है. रिताज त्रिपाठी नाम का यह व्यक्ति कई बार इस तरह का धोखा दे चुका है.
वाराणसी के रहने वाले रिताज त्रिपाठी को तब पकड़ा गया जब वह शुक्रवार को एम्स के इमरजेंसी वॉर्ड में मरीजों की जांच कर रहा था. उसने गले में स्टेथस्कोप भी टांगा हुआ था.
दोपहर 12:30 बजे वह इमरजेंसी वॉर्ड में मरीजों की जांच के बाद एक मरीज को एडमिट कराने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान उसकी हकीकत सामने आ गई. अस्पताल के अनुसार रिताज कई बार ये काम कर चुका है. वह खुद को एम्स में डॉक्टर बताकर मरीजों को एडमिट कराया करता था. ये भी संभव है कि वह इसके लिए पैसे लेता हो.
पहले भी हुआ ऐसा मामला
एम्स के अनुसार रिताज ने बताया है कि वह मेडिकल डॉक्टर नहीं है बल्कि मोरारजी देसाई नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ योगा से ग्रेजुएट है. उसने अस्पताल प्रशासन को चिट्ठी लिखकर अपनी गलती स्वीकार की है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले भी सफदरजंग अस्पताल में इसी तरह के एक मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया था. वह खुद को आॅर्थोपेडिक्स डिपार्टमेंट में एम्स ट्रॉमा सेंटर में एसोसिएट प्रोफेसर बताकर मरीज को एडमिट करने के लिए जबरदस्ती कर रहा था.