पटना. बिहार में कुछ सालों से बच्चों की अचानक होने वाली मौत के पीछे का राज अब खुल गया है. इस इन बच्चों की मौत का कारण जानकर आप भी चौंक जाएंगे. दरअसल, वैज्ञानिकों के एक समूह ने दावा किया है कि लीची खाने के कारण ये बच्चे रहस्यमय दिमागी बीमारी की चपेट में आए और जिनसे जिसने मौत हो गई.
बिहार के मुजफ्फरपुर में बीते दो दशकों में एक संदिग्ध बीमारी ने सैकड़ों बच्चों की जान ले ली है. यह बीमारी स्थानीय लोगों में चमकी नाम की जानलेवा बीमारी से मशहूर है. जो कि हर साल मई और जून के महीनों में ज्यादा सक्रीय होता है. केवल साल 2014 में ही इस बीमारी की चपेत में आकर करीब 122 बच्चों की मौत हो गई थी.
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thelancet.com में इस छपी एक अध्ययन रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार खाली पेट ज्यादा लीची खाने के कारण ये बीमारी हुई है. क्योंकि रिपोर्ट में सामने आया है कि ज्यादातर बच्चों ने शाम का भोजन नहीं किया था और सुबह ज्यादा मात्रा में लीची खाई थी.
रिसर्च के अनुसार रात को खाना न खाने के कारण शरीर में हाइपोग्लाइसेमिया या लो ब्लड शुगर की प्रॉब्लम हो जाती है. खासकर उन बच्चों में जिनके लिवर और मसल्स में ग्लाइकोजन-ग्लूकोज को स्टोर करने की क्षमता सीमित होती है. इसकी वजह से शरीर में एनर्जी पैदा करने वाले फैटी एसिड और ग्लूकोज का ऑक्सीकरण हो जाता है.
साल 2013 में नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल और यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल वैज्ञानिकों की लगातार तान साल की संयुक्त कोशिशों से इस बात का पता लगाया गया है. इस पर डॉक्टरों ने बच्चों को कम मात्रा मेँ लीची खाने की सलाह दी है साथ ही यह भी कहा है कि लीची खाने से पहले संतुलित भोजन जरूर खाएं.