चंडीगढ़ : जाट समुदाय ने एक बार फिर से आंदोलन की चेतावनी दी है. जाटों ने 29 जनवरी यानी रविवार से आरक्षण के मुद्दे पर आंदोलन करने को कहा है जिसके बाद हरियाणा सरकार पूरी तरह से सतर्क हो गई है.
आंदोलन को देखते हुए हरियाणा में अर्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया है. साथ ही 19 जिलों में धारा 144 भी लगा दी गई है. संबंधित जिलों के मजिस्ट्रेट द्वारा शहर के साथ-साथ रेलवे स्टेशन, हाईवे आदि के 500 मीटर के दायरे में 144 लगा दी गई है. राज्य की सभी सीमाओं को भी सील कर दिया गया है.
जाटों ने वे आरक्षण के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं. साथ ही जाटों ने पिछले साल हुआ जाट आंदोलन में गिरफ्तार लोगों को रिहा करने की मांग की है. वहीं जाट आंदोलन दो खेमें में बंट गया है.
एक ओर जहां जाट संगठन अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति आंदोलन के पक्ष में है, वहीं की संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. कई खाप पंचायतों ने भी अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक द्वारा 29 जनवरी से होने वाले आंदोलन का विरोध किया है.
वहीं हरियाणा के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि जाट आंदोलन की आड़ में किसी प्रकार के नुकसान पहुंचाने वाले को बख्सा नहीं जाएगा. ऐसे लोगों के प्रति सरकार सख्ती से पेश आएगी. उन्होंने आगे कहा कि जाट आंदोलन को लेकर लोगों में उत्सुकता नहीं है क्योंकि यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में विचाराधीन है.