नई दिल्ली. राजधानी के एक मुस्लिम पायलट ने दो हिंदू बच्चों को गोद लेकर समाज के लिए एक मिसाल पेश की है. दिल्ली हाईकोर्ट ने भी पायलट मोहम्मद शहनवाज जहीर के इस नेक काम की तारीफ की और जहीर को दोनों बच्चों का अभिभावक बनाने के निर्देश जारी कर दिए हैं. याचिकर्ता जहीर ने कोर्ट […]
नई दिल्ली. राजधानी के एक मुस्लिम पायलट ने दो हिंदू बच्चों को गोद लेकर समाज के लिए एक मिसाल पेश की है. दिल्ली हाईकोर्ट ने भी पायलट मोहम्मद शहनवाज जहीर के इस नेक काम की तारीफ की और जहीर को दोनों बच्चों का अभिभावक बनाने के निर्देश जारी कर दिए हैं. याचिकर्ता जहीर ने कोर्ट से बताया कि दोनों बच्चों आयुष और प्रार्थना के मां की मौत के बाद उनके बीमार पिता ने बच्चों की देखभाल करने के लिए उनसे (जहीर) कहा था.
जहीर ने अदालत से कानूनी रूप से बच्चों का अभिभावक घोषित करने की मांग की. जहीर ने अदालत को बताया कि बच्चों की देखभाल के लिए उनके परिवार में कई और लोग हैं और बच्चों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी. बच्चों की परवरिश के लिये एक ट्रस्ट भी बनाया गया है और इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन के सदस्यों व अन्य लोगों की मदद से उसमें करीब डेढ़ करोड़ की राशि जमा भी हो चुकी है और बच्चों की उम्र 25 साल होने पर यह पैसा इन्हे दे दिया जायेगा.
जहीर ने अदालत को यह भी भरोसा दिलाया है कि बच्चों को अपना धर्म अपनाने की पूरी आजादी होगी. आयुष और प्रार्थना की एयर होस्टेस मां कविता दयाल और पायलट पिता प्रवीण दयाल की 2012 में मौत हो गई थी. जिसके बाद दोनों बच्चे जहीर के साथ ही उनके घर रह रहे थे.