नई दिल्ली. राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की पत्नी को इलाज के लिए पुर्तगाल के जिस अस्पताल ले गई थीं वो अस्पताल खुद विवादों से घिरा रहा है. अस्पताल की प्रेसिडेंट पुर्तगाल में एचआईवी स्कैंडल की आरोपी रही हैं. राजे सरकार ने इस अस्पताल के साथ जयपुर में कैंसर अस्पताल खोलने का करार किया है.
नई दिल्ली. राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की पत्नी को इलाज के लिए पुर्तगाल के जिस अस्पताल ले गई थीं वो अस्पताल खुद विवादों से घिरा रहा है. अस्पताल की प्रेसिडेंट पुर्तगाल में एचआईवी स्कैंडल की आरोपी रही हैं. राजे सरकार ने इस अस्पताल के साथ जयपुर में कैंसर अस्पताल खोलने का करार किया है.
वसुंधरा राजे ललित मोदी की बीमार पत्नी को इलाज के लिए पुर्तगाल के लिस्बन में चैंपलिमॉड फाउंडेशन के कैंसर अस्पताल ले गई थीं. अस्पताल की मौजूदा प्रेसिडेंट पुर्तगाल की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री लियोनॉर बेलिज़ा हैं. बेलिज़ा पुर्तगाल की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़ी रही हैं.
बेलिज़ा जब पुर्तगाल में स्वास्थ्य मंत्री थीं तब एड्स स्कैंडल में उन्हें आरोपी बनाया गया था. उन पर आरोप था कि पुर्तगाल पब्लिक हेल्थ सिस्टम की ओर से उन्होंने हीमोफीलिया के मरीजों के लिए जिस ब्लड प्लाज्मा का आयात किया था वो एचआईवी संक्रमित था.
इसकी वजह से पुर्तगाल में सौ से ज्यादा लोगों को एड्स का संक्रमण हो गया था. 1995 में पुर्तगाल की एक अदालत ने आदेश दिया था कि बेलिज़ा के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाया जाए.
वसुंधरा सरकार ने इस बात को नजरअंदाज करके इस अस्पताल के साथ जयपुर में कैंसर अस्पताल का एमओयू साइन किया है. इस एमओयू के तहत राज्य सरकार जमीन देगी, अस्पताल बनाकर देगी और अस्पताल में डॉक्टर, नर्स और पारामैडिकल स्टाफ्स भी देगी.