तमिलनाडु का लोकप्रिय खेल जल्लीकट्टू यानी 'सांड़ों की दौड़ पर काबू' पाने वाले खेल के रोक को लेकर राज्यभर में युवाओं के द्वारा प्रदर्शन हो रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार से मदुरै, चेन्नै और कोयंबटूर में हो रहा प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा. और दिन पर दिन जल्लीकट्टू को लेकर प्रदर्शकारियों की भीड़ बढ़ती जा रही है.
Man buries himself in sand in support of #jallikattu on Marina beach in Chennai pic.twitter.com/JVB3qmsXkX
— ANI (@ANI_news) January 18, 2017
इस खेल को लेकर लोगों की दिलचस्पी इस बात से पता कर सकते हैं जब चेन्नै के एसआरएम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने उनके समर्थन में अपने संस्थान के बाहर प्रदर्शन करने की घोषणा की है. वहीं, चेन्नै के मरीना बीच पर बुधवार को 4000 हजारों लोग इकट्ठे हो गए. इनमें अधिकतर स्टूडेंट्स और युवा हैं.
#WATCH: People gather in huge numbers at Chennai’s Marina Beach in support of #Jallikattu pic.twitter.com/hKvBVI2kEr
— ANI (@ANI_news) January 18, 2017
बता दें कि अलांगनाल्लुर में मंगलवार को हजारों युवकों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन रातभर जारी रहा, जिस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस ने जलीकट्टू का आयोजन करने के लिए मशहूर इस कस्बे में जुटे प्रदर्शनकारियों को नजदीकी विवाह सभागारों में नजरबंद कर दिया था.
People gather at Chennai’s Marina Beach in support of #Jallikattu pic.twitter.com/hT22kdwtyc
— ANI (@ANI_news) January 18, 2017
इन गिरफ्तारियों से गुस्साए ग्रामीण अलंगनाल्लुर में सड़कों पर उतर आए. गिरफ्तारी की खबर फैलने के बाद फिर प्रदर्शन शुरू हो गए. अलंगनाल्लुर में सोमवार को भी लोगों ने प्रदर्शन किया था. डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष और तमिलनाडु में विपक्ष के नेता एम.के. स्टालिन ने मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम से प्रदर्शनकारियों से मिलने और जलीकट्टू के आयोजन के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया.