तमिलनाडु में जलीकट्टू को लेकर हिंसक प्रदर्शन, 200 लोग गिरफ्तार

तमिलनाडु का लोकप्रिय खेल जल्लीकट्टू यानी 'सांड़ों की दौड़ पर काबू' पाने वाले खेल के रोक को लेकर राज्यभर में युवाओं के द्वारा प्रदर्शन हो रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार से मदुरै, चेन्नै और कोयंबटूर में हो रहा प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा. और दिन पर दिन जल्लीकट्टू को लेकर प्रदर्शकारियों की भीड़ बढ़ती जा रही है.

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तमिलनाडु में जलीकट्टू को लेकर हिंसक प्रदर्शन, 200 लोग गिरफ्तार

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  • January 18, 2017 11:49 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
चेन्नई: तमिलनाडु का लोकप्रिय खेल जल्लीकट्टू यानी ‘सांड़ों की दौड़ पर काबू’ पाने वाले खेल के रोक को लेकर राज्यभर में युवाओं के द्वारा प्रदर्शन हो रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार से मदुरै, चेन्नै और कोयंबटूर में हो रहा प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा. और दिन पर दिन जल्लीकट्टू को लेकर प्रदर्शकारियों की भीड़ बढ़ती जा रही है.
 
 
जल्लीकट्टू के समर्थन में उतड़े युवा अलग-अलग तरह से प्रोटेस्ट कर रहे हैं. कुछ ने मरीन बीच पर इस तरीके प्रदर्शन किया.

इस खेल को लेकर लोगों की दिलचस्पी इस बात से पता कर सकते हैं जब चेन्नै के एसआरएम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने उनके समर्थन में अपने संस्थान के बाहर प्रदर्शन करने की घोषणा की है. वहीं, चेन्नै के मरीना बीच पर बुधवार को 4000 हजारों लोग इकट्ठे हो गए. इनमें अधिकतर स्टूडेंट्स और युवा हैं.

 
 
युवाओं में गुस्सा हाल ही में खत्म हुए पोंगल के त्योहार पर जलीकट्टू का आयोजन न हो पाने के लिए है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु में जलीकट्टू के आयोजन पर मई 2014 में रोक लगा दी थी. इसके बाद से ही लोग केंद्र सरकार से जलीकट्टू के आयोजन के लिए जरूरी कानूनी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं. पेटा के खिलाफ लोगों की नाराजगी इसलिए है क्योंकि उसकी ही याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने यह फैसला दिया था.

बता दें कि अलांगनाल्लुर में मंगलवार को हजारों युवकों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शन रातभर जारी रहा, जिस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. पुलिस ने जलीकट्टू का आयोजन करने के लिए मशहूर इस कस्बे में जुटे प्रदर्शनकारियों को नजदीकी विवाह सभागारों में नजरबंद कर दिया था.

 

इन गिरफ्तारियों से गुस्साए ग्रामीण अलंगनाल्लुर में सड़कों पर उतर आए. गिरफ्तारी की खबर फैलने के बाद फिर प्रदर्शन शुरू हो गए. अलंगनाल्लुर में सोमवार को भी लोगों ने प्रदर्शन किया था. डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष और तमिलनाडु में विपक्ष के नेता एम.के. स्टालिन ने मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम से प्रदर्शनकारियों से मिलने और जलीकट्टू के आयोजन के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया.

 
जल्लीकट्टू के समर्थन में आए ऐक्टर
 
प्रदर्शनकारियों को मशहूर ऐक्टर विजय के समर्थन से भी बल मिला है. विजय ने एक विडियो संदेश में कहा, ‘कानून लोगों से उनकी परंपराएं और अधिकार छीनने के लिए नहीं बनाया गया है, बल्कि उसकी रक्षा के लिए. जलीकट्टू हर तमिल की पहचान है.
 
मैं इस पर प्रतिबंध के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को सलाम करता हूं’. अभिनेता सूर्या ने भी पेटा की आलोचना की, जो जलीकट्टू के खिलाफ अभियान चला रहा है. अभिनेता जी.वी. प्रकाश, गायक और गीतकार अरुणराजा कामराज और फिल्मकार कार्तिक सुब्बाराज भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में हैं. वहीं के एक सीनियर पुलिस अधिकारी के मुताबिक दिन पर दिन प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ती ही जारी है. ‘आशा करता हूं कि जल्द से जल्द इस मसले का कुछ निष्कर्ष निकले’.

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