जगदलपुर. नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में पहली बार किसी महिला असिसटेंट कमांडेंट ने कार्यभार संभाला है. उषा किरण ने को इस पद पर नियुक्त किया गया है. किसी महिला अधिकारी के पदभार संभालने से सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ गया है.
उषा किरण सीआरपीएफ में तीसरी पीढ़ी की अधिकारी हैं. उनके दादा और पिता भी सीआरपीएफ में रह चुके हैं. उनके भाई भी सीआईएसएफ मे हैं.
उषा किरण मूल रुप से गुंड़गांव की रहने वाली हैं. वे ट्रिपल जंप की राष्ट्रीय विजेता भी रही हैं और स्वर्ण पदक भी जीता है. उनकी नियुक्ति से आदिवासियों और महिलाओं में आशा कि किरण जगी है.
उषा का कहना है कि वे बस्तर आना चाहती थीं क्योंकि मैनें सुना था की बस्तर के निवासी बहुत गरीब हैं और वे भोले भाले हैं. यहां विकास नहीं हो पाया है इसी कारण मुझे यहां आने की प्रेरणा मिली.
उन्होनें बताया कि वे 332 महिला बटालियन में थीं. उन्हें आगामी सेवा के लिए तीन विकल्प दिए गए थे जिसमें उन्होनें बस्तर आना स्वीकार किया.