नई दिल्ली : दिल्ली में
बीजेपी अपना जनाधार बढ़ाने की कोशिश में लगी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी लगातार जेजे कालोनियों के चक्कर लगा रहे हैं. मनोज तिवारी आज रात दक्षिणी दिल्ली में चाण्क्यपुरी के पास संजय कैम्प झुग्गी बस्ती में जाएंगे और वहीं रहेंगे. उनका कहना है कि वहां पर वो लोगों की समस्याएं सुनेंगे.
इससे पहले 31
दिसंबर की रात को भी मनोज तिवारी दक्षिण दिल्ली के इंद्रपुरी क्षेत्र में स्थित एक झुग्गी बस्ती में गए थे. इस दौरान उनकी पार्टी की डिजिटल टीम के सदस्यों ने लोगों को मोबाइल बैंकिंग के लाभ भी समझाये थे. इसके बाद वह 3 जनवरी को उन्होंने नांगलोई के भीम नगर जेजे कलस्टर में रात बिताई, खाना भी खाया.
क्या हैं राजनीतिक मायने
मनोज तिवारी के इस तरह लगातार झुग्गियों में जाने के राजनीतिक मायने भी हैं. जेजे कॉलोनी में रहने वाले लोग दिल्ली के वोट बैंक का बढ़ा हिस्सा हैं. आम आदमी पार्टी को भी बड़ा जनाधार इन्हीं कॉलोनियों से आता है. झुग्गियों में रहने वाले लोगों तक अपनी पहुंच बनाने से बीजेपी का वो वोट बैंक बढ़ सकता है, जो कभी बीजेपी का नहीं था.
निगम
चुनाव में अगर झुग्गियों के पांच से दस फीसदी वोटों का इजाफा कर लिया तो बीजेपी मजबूत स्थिति में आ सकती है. इसके पीछे यह डर होने की संभावना है कि
नोटबंदी के कारण अगर बीजेपी के वोट बैंक में कमी होती है, तो उसकी भरपाई झुग्गी में रहने वाले वोटरों से हो सकेगी. वहीं, हाल ही में बीजेपी नेता सतीश उपाध्याय को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर मनोज तिवारी को ये पद सौंपा गया है. इससे उन पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होना भी संभव है.