पुणे: नए साल के मौके को हर कोई यादगार बनाना चाहता है. दुनियाभर में लोग नाच-गा कर नए साल का स्वागत करते हैं. लेकिन पुणे का एक ऐसा परिवार है जो नए साल पर उनके साथ हुई दरिंदगी को भुला भी नहीं पा रहा है.
दरअसल हुआ यूं कि पुणे की रहने वाली शालिनी पल्लव ने नए साल पर अपने पति और कुछ दोस्तों के साथ लोनावला के पास वीसाफोर्ट जाने का प्रोग्राम बनाया. 31
दिसंबर को करीब 12 बजे दिन में वो वीसापुर फोर्ट पहुंचीं. शालिनी के मुताबिक करीब साढ़े तीन बजे कुछ लोग वहां पहुंचे और उनके साथ मारपीट करने लगे. शालिनी के मुताबिक इस भीड़ में कुछ लड़कियां भी थीं जो उन्हें गालियां दें रहीं थीं और थप्पड़ मार रहीं थीं.
पुलिस ने नहीं सुनी शिकायत
पुलिस के पास दर्ज शिकायत के मुताबिक शालिनी ने बताया कि उनकी शादी हो चुकी है और वो अपने पति और बच्चे के साथ यहां आई हैं फिर भी उन औरतों ने उनकी पिटाई की और उन्हें मंगलसूत्र दिखाने और बिंदी ना पहनने को लेकर गालियां दीं.
दूसरी तरफ करीब 9 लोगों के झुंड ने उनके पति पर भी हमला कर दिया. शालिनी के मुताबिक ये सभी हमलावर भगवा रंग के कपड़े पहने हुए थे और हाथों में भगवा झंडे लिए हुए थे. यही नहीं, पिटाई करते हुए उन्होंने शालिनी और उनके पति को चिल्ला चिल्लाकर शिवाजी महाराज की जय बोलने के लिए भी मजबूर किया.
इस बीच किसी पर्यटक ने ही अपने फोन से पुलिस को फोन किया तब कहीं जाकर शालिनी और उनके परिवार की जान बची. उन्होंने बताया कि शुरू में पुलिस ने भी उनकी शिकायत को नजरअंदाज कर दिया. बाद में शालिनी ने लोनावला ग्रामीण के एसपी के पास शिकायत दर्ज की. शालिनी के मुताबिक भीड़ में मौजूद एक लड़की ने उनके पांच साल के बच्चे नीलेश को भी मारा और इस घटना के बाद से उनका बेटा अबतक सदमे में है.