नई दिल्ली : साल 2017 में होने वाले 5 राज्यों के चुनावों का काउंट डाउन शुरू हो गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इस साल 5 राज्यों में होने वाले चुनावों में से एक मणिपुर भी है. जहां दो चरणों में चुनाव होगा.
मणिपुर की 60 विधानसभा सीटों पर दो चरणों में चुनाव लड़ा जाएगा. पहले चरण के लिए 4 मार्च को 38 सीटों पर वोटिंग होगी. वहीं दूसरे चरण में 22 सीटों के लिए 8 मार्च को वोटिंग होगी.
वहीं इन वोटों पर चुनावी नतीजों की बात करें तो मतदान के बाद वोटों की गिनती 11 मार्च को होगी. मणिपुर समेत बाकी सभी राज्यों की काउंटिंग एक साथ ही होगी. इसके अलावा चुनाव आयुक्त ने उम्मीदवारों के लिए खर्च की सीमा बढ़ा दी है. अब उम्मीदवार चुनाव प्रचार के दौरान मणिपुर में ज्यादा से ज्यादा 20 लाख तक खर्च कर सकते हैं.
चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही मणिपुर की राजनीति में हलचल शुरू हो गई है. मणिपुर विधानसभा के चुनावी गणित की बात करें तो मणिपुर में कुल 60 सीटें हैं जिन पर चुनाव लड़ा जाना है. इन 60 सीटों पर मणिपुर की सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याक्षी चुनावी मैदान में उतारेगी.
मणिपुर की मौजूदा पार्टियों की बात करें तो फिलहाल यहां इंडियन नेशनल कांग्रेस की सरकार है और साल 2012 से ओकराम इबोबी यहां के मुख्यमंत्री हैं. फिलहाल राज्य में मौजूदा पार्टियां और उनकी सीटें हैं.
कांग्रेस (INC) – 50
बीजेपी (BJP) – 1
एनपीएफ (NPF) – 4
एनसीपी (NCP)- 0
एआईटीसी (AITC) – 0
एलजीपी (LGP) – 0
अन्य (Vacant) – 5
2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मणिपुर से कठोर कानून सशस्त्र बल अधिनियम (एएफएसपीए) को हटाने की मांग को लेकर लगातार 16 वर्षों तक अनशन कर चुकीं इरोम शर्मिला ने राज्य के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है. यानि उनकी पार्टी ‘पीपुल्स रिसर्जेस एंड जस्टिस अलायंस’ भी इस साल चुनावी मैदान में कूदने को तैयार है.