नई दिल्ली. पूर्व आईएएस अधिकारी अनिल बैजल 31 दिसंबर को सुबह 11 बजे दिल्ली के नए उपराज्यपाल के पद की शपथ लेंगे. 1969 बैच के आईएएस रहे बैजल 2006 में शहरी विकास मंत्रालय के सचिव पद से रिटायर हुए थे।
बैजल विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन के कार्यकारिणी समिति के सदस्य रह चुके हैं. बैजल रिटायरमेंट से पहले गृह सचिव, इंडियन एयरलाइंस के सीएमडी, प्रसार भारती के सीईओ और दिल्ली विकास प्राधिकारण यानी डीडीए के उपाध्यक्ष भी रहे.
अनिल बैजल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उन गिने-चुने नौकरशाहों में शामिल थे जिन्हें सरकार और बीजेपी का पसंदीदा माना जाता था. तत्कालीन गृहमंत्री व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने उनको गृह सचिव चुना था.
आपको बता दें कि नजीब जंग ने कार्यकाल खत्म होने से पहले ही दिल्ली के उपराज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया है. उनके इस्तीफे के बाद से इस पद के लिए कई नामों पर कयास चल रहे थे. आखिरकार अनिल बैजल के नाम पर मुहर लग गई.
गौरतलब है कि उपराज्यपाल पद पर रहते हुए नजीब जंग और केजरीवाल सरकार के बीच जमकर तकरार हुई थी. अधिकारियों की नियुक्ति से लेकर ट्रांसफर तक हर बात पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और नजीब जंग के बीच विवाद होता रहा.
इस बीच दोनों के बीच जुबानी जंग भी खूब हुई. मामला अधिकारों की लड़ाई तक पहुंच गया और केजरीवाल सरकार इस मुद्दे को लेकर कोर्ट पहुंच गई.फिलहाल अब देखने वाली बात यह होगी कि दिल्ली के होने वाले नए उपराज्यपाल अनिल बैजल से केजरीवाल सरकार की कितनी निभती है.