पुणे: पुणे में हाल ही में एक ऐसी शादी हुई जिसका आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते हैं. आज हम आपको इसी शादी के बारे में बताने जा रहे हैं जिस शादी में दुल्हा-दुल्हन को आईसीयू में सात फेरे लेने पड़े. यह कहानी है पुणे के रहने वाले ध्यानेश एन. देव की है जो पेशे से बिजनैसमैन है.
ध्यानेश ने अपने पिता की अंतिम इच्छा को पूरी करने के लिए आईसीयू में ही सात फेरे लिए. दरअसल, पूरी कहानी ये है कि पिता वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे थे, पर उनकी ‘आखिरी इच्छा’ पूरी करने को दो परिवारों ने साथ मिलकर यह कदम उठाने का फैसला किया.
34 वर्षीय ध्यानेश एन. देव पेशे से बिजनसमैन हैं. ध्यानेश के पिता नंद कुमार देव की इच्छा थी कि वे अपनी आंखों के सामने ध्यानेश और सुवर्णा की शादी होते हुए देखें.
दुर्भाग्य से शादी की तारीख से कुछ दिन पहले उन्हें दिल का दौरा पड़ा व उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. दीनानाथ मंगेशकर सुपर स्पेशिऐलिटी अस्पताल में भर्ती नंदकुमार को पहले से दिल की बीमारी थी. यहां इलाज के दौरान ही उन्हें अचानक लंग इनफेक्शन की शिकायत हो गई.
ध्यानेश ने बताया कि पिता को वेंटिलेटर पर रखा गया व उनकी हालत पहले से ज्यादा खराब होने लगी. शादी के कुछ ही दिन बचे थे, लेकिन नंद कुमार की हालत में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा था.
ध्यानेश ने बताया कि दोनों परिवार ने इस पर मंथन किया और मेरे पिता की आखिरी इच्छा पूरी करने की पहल की. आईसीयू में शादी संपन्न करवाने को लेकर अस्पताल प्रशासन से इजाजत मांगी गई, जिसे स्वीकार भी कर लिया गया.