फिरोजपुर : पंजाब में पानी में चलने वाली बस तैयार की गई है, जिससे में सवार होकर पर्यटक झील के नजारों का आनंद ले सकते हैं. उत्तर भारत में इस पहली जल बस का शुभारंभ सोमवार शाम राज्य के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने किया.
उन्होंने खुद इस बस में सवार होकर सतलुज-ब्यास संगम हरिके पत्तन झील में चक्कर लगाया. यह बस विशेष तौर पर पर्यटकों के लिए चलाई गई है. 34 सीटों वाली वॉटर बस को हरिके पत्तन से करीब दो किलोमीटर पहले चलाया जाएगा.
होगा 800 रुपये किराया
यह बस दिन में चार से पांच बार पानी के अंदर सैर करवाएगी. इस बस की सवारी करने के लिए दो हजार और 800 रुपए किराया तय किया गया है. डिप्टी सीएम ने कहा कि हरिके की तर्ज पर प्रदेश में मौजूद अन्य झीलों में भी जल्द ही वाटर बसें चलाई जाएंगी ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके. इस पर 10 करोड़ की लागत आई है.
बादल ने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने जो वादा किया था वह पूरा किया और जलबस को लेकर कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टियों के नेता सरकार की जो आलोचनाएं कर रहे थे, उनका मुंह बंद हो गया है.
बादल ने चुटकी लेते हुए अपने राजनीतिक विराेधियों को आमंत्रित करते हुए इस जलबस का सफर करने और कुदरती नजारों का आनंद उठाने को कहा. उधर, अमृतसर में महाराजा रणजीत सिंह द्वारा तैयार किला गोबिंदगढ़ का रस्मी उद्घाटन सोमवार शाम को किया गया.
शुरू हुई डबल डेकर बस
देश-विदेश से आने वाले सैलानियों को गुरु की नगरी के ऐतिहासिक और पर्यटक स्थलों की सैर करवाने के लिए डबल डेकर बस की सोमवार को शुरुआत की गई. देर शाम अमृतसर एंट्री गेट पर डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने हरी झंडी देकर बस को रवाना किया.
पंजाब सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 20 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. बस से 12.7 किलोमीटर लंबा सफर 45 मिनट में तय होगा. इस बस में बैठने के लिए 800 रुपये की टिकट लेनी होगी. सतलुज-ब्यास दरिया का संगम हरिके झील में चलने वाली जल बस पंजाब में टूरिज्म को बढ़ावा देने लिए शुरू की गई है. बस की चेचिस स्वीडन व इंजन अमरीका से मंगवाया गया है.
बस अमृतसर पर्यटन स्थल से गुरुद्वारा साहिब के पास हरिके हेडवर्क्स तक जाएगी. बस की बाहरी सुंदरता के लिए पर्यटन विभाग व पंजाब सरकार द्वारा चित्रकारी की गई है. इस बस को चलने के लिए पानी की गहराई कम से कम साढ़े चार फुट होनी चाहिए.