​दिल्ली पुलिस ने पहले शरीर के अंगों को जोड़ा, फिर टैटू मिलाकर ​पकड़े हत्यारे

अपराध के कई मामले वैसे तो सालों साल तक नहीं सुलझते लेकिन कई बार एक छोटा-सी निशानी भी जल्द ही बड़े राज खोल देती है. ऐसा ही हुआ दिल्ली के एक डबल मर्डर केस में, जहां लाश के शरीर पर बने टैटू ने दिल्ली पुलिस को लाश की पहचान और कातिलों के गिरेबान तक पहुंचा दिया.

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​दिल्ली पुलिस ने पहले शरीर के अंगों को जोड़ा, फिर टैटू मिलाकर ​पकड़े हत्यारे

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  • December 11, 2016 1:08 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : अपराध के कई मामले वैसे तो सालों साल तक नहीं सुलझते लेकिन कई बार एक छोटा-सी निशानी भी जल्द ही बड़े राज खोल देती है. ऐसा ही हुआ दिल्ली के एक डबल मर्डर केस में, जहां लाश के शरीर पर बने टैटू ने दिल्ली पुलिस को लाश की पहचान और कातिलों के गिरेबान तक पहुंचा दिया.
 
यह दर्दनांक कहानी है दिल्ली में रहने वाली दो लड़कियों की जो यहां कुछ कमाने और सपने पूरे करने आई थीं. नवंबर में दिल्ली में काम करने वाली दो लड़कियों की लाश के टुकड़े अलग-अलग जगहों पर मिले थे. ये लड़कियां असम और नेपाल की रहने वाली थीं, और स्पा में काम करती थीं. पुलिस को दक्षिणी दिल्ली में बाबा गंग नाथ मार्ग के बाहर सुषमा राय नाम की महिला की लाश के टुकड़े पॉलिथीन में पड़े मिले थे और दूसरी लड़की को मुनिरका में अलग-अलग जगहों पर फेंका गया था. इनकी हत्या करने के बाद खुखरी और चौपर से इनकी लाश के टुकड़े किए गए थे.
 
शरीर पर थे दो टैटू
अब इन लड़कियों की पहचान कर पाना मुश्किल था. लेकिन, सुषमा के धड़ और कलाई पर बने टैटू से उसकी दोस्त ने उसे पहचान लिया. इसके बाद पुलिस ने सुषमा के बारे में पड़ताल की तो, पता चला की उसकी रूममेट नाएशा भी 10-15 दिनों से गायब है. पुलिस ने अंदाजा लगाया कि मुनिरका में मिले लाश के टुकड़े नाएशा के थे. 
 
सुषमा असम की और नाएशा नेपाल की रहने वाली थीं. पुलिस ने दोनों के कॉल रिकॉर्ड जांचे और दोनों नेपाल के लोगों की मदद करने वाले जिस समूह से जुड़ी थीं, उन तक पहुंची. इस समूह में तीन लोग थे, जीवन, गाविंद और अर्जुन. अब इन तीनों के जरिए धीरे-धीरे सारी कड़ियां खुलती चली गईं. 
 
इस कड़ी में एक और नाम आया और वह था मिनी संगम उर्फ नेहा का, जो शिलॉन्ग की रहने वाली थी. मिनी का अर्जुन से काफी करीबी रिश्ता और वह उसके बच्चों को पालती भी थी. दरअसल, सुषमा और नाएशा इन तीनों को छह-आठ महीनों से जानती थीं और अर्जुन के पास स्पा से कमाए हुए पैसे जमा करती थीं.  
 
पैसे देने से बचने के लिए की शादी
बाद में सुषमा और नाएशा अर्जुन से अपने पैसे वापस मांगने लगी तो उसने पैसे देने से मना कर दिया. दोनों के दबाव देने पर अर्जुन ने पैसे देने से बचने के लिए सुषमा के साथ इस साल करवा चौथ के बाद शादी कर ली. लेकिन, ये बात मिनी संगम को नागवार गुजरी. उसने ईर्ष्या के चलते सुषमा को अपने रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया. इसके बाद मिनी, जीवन, अर्जुन और गोविंद ने मिलकर सुषमा और नाएशा की जान ले ली. सुषमा को 16 नवंबर को मारा गया था.
 
पुलिस को जांच में पता चला कि इन तीनों ने दक्षिणी दिल्ली में कई घर किराए पर लिये थे. इन तीनों के मुनिरका गांव से 25 नवंबर को जाने की भी जानकारी मिली. जांच के दौरान उनके एक किराये के घर में खून के धब्बे लगे कपड़े मिले. पुलिस को इस मामले में पहली बड़ी कामयाबी तब मिली जब 9 दिसंबर को उन्होंने आनंद विहार से जीवन को धर पकड़ा. उसने पुलिस के सामने सारी कहानी सुना डाली. अर्जुन अब भी फरार है. 

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