CM वीरभद्र और उनके परिवार के खिलाफ CBI जांच शुरू

 केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. आरोप है कि वीरभद्र ने यह संपत्ति केंद्रीय इस्पात मंत्री रहने के दौरान अर्जित की थी. एजेंसी का दावा है कि मौजूदा जांच सीबीआई की चल रही उस जांच से पैदा हुई है, जिसमें एक इस्पात कंपनी द्वारा वीरभद्र सिंह को कथित रूप से रिश्वत का भुगतान किया गया.

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CM वीरभद्र और उनके परिवार के खिलाफ CBI जांच शुरू

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  • June 19, 2015 4:22 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

शिमला. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है. आरोप है कि वीरभद्र ने यह संपत्ति केंद्रीय इस्पात मंत्री रहने के दौरान अर्जित की थी. एजेंसी का दावा है कि मौजूदा जांच सीबीआई की चल रही उस जांच से पैदा हुई है, जिसमें एक इस्पात कंपनी द्वारा वीरभद्र सिंह को कथित रूप से रिश्वत का भुगतान किया गया.

परिवार के सभी सदस्यों के खिलाफ जांच
CBI सूत्रों ने बताया कि वीरभद्र सिंह, उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह, पुत्र विक्रमादित्य सिंह, पुत्री अपराजिता सिंह और एक एलआईसी एजेंट आनंद चौहान के खिलाफ नई जांच की जा रही है. सूत्रों ने बताया कि जांच एजेंसी 6.1 करोड़ रुपये की कथित बेहिसाबी संपत्ति के मामले में आय से अधिक संपत्ति के नजरिए से जांच करेगी. यह मामला 2009-11 के दौरान का है, जब वीरभद्र यूपीए सरकार में इस्पात मंत्री थे.

क्या हैं आरोप 
आरोप है कि वीरभद्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री रहने के दौरान एलआईसी एजेंट चौहान के जरिए जीवन बीमा पॉलि‍सियों में अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम से 6.1 करोड़ रुपये का निवेश किया. सूत्रों ने बताया कि टैक्स निर्धारण वर्ष 2009-10, 2010-11 और 2011-12 में वीरभद्र सिंह ने जो आयकर रिटर्न भरे, उसमें उन्होंने अपनी वाषिर्क आय क्रमश: 7.35 लाख रुपये, 15 लाख रुपये और 25 लाख रुपये दिखाई. 

उन्होंने कहा कि एक इस्पात फर्म द्वारा सिंह को कथित रूप से रिश्वत का भुगतान करने की सीबीआई की जांच शुरू होने के बाद मुख्यमंत्री ने 2012 में कथित रूप से तीन साल के संशोधित रिटर्न दाखिल किए. सूत्रों ने कहा कि संशोधित रिटर्न में सिंह ने टैक्स निर्धारण वर्ष 2009-10, 2010-11 और 2011-12 में अपनी आय क्रमश: 2.21 करोड रुपये, 2.8 करोड़ रुपये और 1.55 करोड़ रुपये दिखाई. उन्होंने दावा कि यह आय उन्हें हिमाचल प्रदेश में रामपुर के श्रीखंड बागों से कृषि आय के जरिए हुई.

वीरभद्र ने कहा- सियासी बदले की कार्रवाई
सीएम वीरभद्र सिंह ने सीबीआई द्वारा प्रारंभिक जांच (PE) दर्ज करने को राजनीतिक बदले की कार्रवाई करार दिया. वीरभद्र सिंह ने एक बयान में कहा, ‘मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों को राजनीतिक बदले की कार्रवाई के कारण निशाना बनाया गया है. सीबीआई द्वारा मेरे और मेरे परिवार के सदस्यों के खिलाफ कथित रूप से आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्रारंभिक जांच दर्ज किया जाना उसी एक हिस्सा है.’

IANS से भी इनपुट

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