ग्वालियर. कानपुर के रहने वाले धर्मेंद्र ने आशिकी के चक्कर में अपनी जान गवां दी. पहले तो उसने ललिता नाम की तलाकशुदा महिला के प्यार फंसकर पत्नी को जहर देकर मार डाला. उसके बाद ललिता ने अपने रिश्तेदारों की मदद से धर्मेन्द्र को मार डाला.
बेवफाई और अवैध रिश्तों के बीच फंसा ये किस्सा कानपुर का है. मिली जानकारी के मुताबिक धर्मेंन्द्र कानपुर में ऑटो पार्टस की दुकान चलाता है. उसका चक्कर पड़ोस में रहने वाली ललिता से चल रहा था. ललिता पहले से ही तलाकशुदा थी.
धर्मेन्द्र और ललिता के रिश्तों की खबर उसके परिवार को भी थी. इस बात को लेकर धर्मेन्द्र और उसकी पत्नी का झगड़ा अक्सर होता था. यहां तक की धर्मेन्द्र की पत्नी ने इस बात की शिकायत पुलिस से भी की थी. इसके बाद धर्मेंन्द्र ने किसी तरह से मामले को शांत करा लिया.
लेकिन उसके इरादे कुछ और थे. एक दिन खबर मिली कि उसकी पत्नी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है. आरोप था कि धर्मेंन्द्र ने ही उसको जहर दिया है. पत्नी की मौत के बाद धर्मेन्द्र खुलेआम ललिता के घर आने-जाने लगा था.
लेकिन ललिता के इरादे उससे शादी का कभी था ही नहीं. वह तो मालदार धर्मेंन्द्र से पैसा ऐंठना चाहती थी. इसी चक्कर में ललिता ने एक दिन धर्मेंन्द्र को मारने की साजिश रच डाली. जिसमें उसके रिश्तेदार भी साथ थे.
उसने कहा धर्मेंन्द्र को यूपी के जिले इटावा के पास उदी नाम की जगह पर बुलाया और कहा कि चौरंगाहार गांव के मंदिर में शादी कर लेंगे. ललिता के प्यार अंधे हो चुके धर्मेंन्द्र ने घर में बिना किसी को बताए कार से तय जगह पर पहुंच गया.
जहां ललिता के साथ पहले से उसके रिश्तेदार पवन और राकेश मौजूद थे. ललिता ने धर्मेन्द्र से बताया कि इन दोनों को गवाही के लिए बुलाया है. फिर वहां से ललिता और उसके रिश्तेदार बहाने से धर्मेंन्द्र को बीहड़ की ओर लेकर चले गए.
सुनसान जगह ले जाकर तीनों ने मिलकर धर्मेन्द्र का गला घोंट दिया और कनपटी से सटाकर गोली भी मार दी. उसके बाद तीनों ने धर्मेंद्र की लाइसेंसी रिवाल्वर, उसकी जेब में रखे रुपए व उसके गले में पहनी गई चैन, हाथ की अंगूठियां और शादी के नाम पर ललिता के लिए लाए गए गहने लेकर चंपत हो गए.
मामले का खुलासा उस समय जब पुलिस 29 नवंबर को भिंड में कनैरा के बीहड़ में धर्मेन्द का शव और 2 दिसंबर को पावई थाना क्षेत्र के डिड़ौना के पास एक कार बरामद की.