नई दिल्ली. उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा नियुक्त किए गए दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के चीफ जॉइंट सीपी मुकेश मीणा नए विवाद में फंस गए हैं. दिल्ली पुलिस के एक रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर ने मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से की है. आरोप है कि जब मीणा 2005 में पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के प्रिंसिपल थे तब 20 लाख के परदों घोटाला किया था, जिसमें फर्जी बिल लगाए गए थे.
नई दिल्ली. उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा नियुक्त किए गए दिल्ली एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) के चीफ जॉइंट सीपी मुकेश मीणा नए विवाद में फंस गए हैं. दिल्ली पुलिस के एक रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर ने मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से की है. आरोप है कि जब मीणा 2005 में पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के प्रिंसिपल थे तब 20 लाख के परदों घोटाला किया था, जिसमें फर्जी बिल लगाए गए थे.
सूत्रों के अनुसार मीणा पर उनके ही एसीबी में एफआईआर दर्ज हो सकती है. खबर है कि केजरीवाल सरकार के पास जो मीणा के बारे शिकायत आई है उसे वह विजिलेंस विभाग में भेजेगी, जिसके बाद ये कार्रवाई हो सकती है. शिकायतकर्ता रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर जवाहर लाल का कहना है इस मामले में जब उस समय जांच हुई तो तत्कालीन पुलिस कमिश्नर रहे वाईएस डडवाल और केके पॉल ने भी मीणा पर कार्रवाई की सिफारिश की थी. लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हो पाई, क्योंकि मीणा ने सब मैनेज कर लिया.
जवाहर लाल ने वह दस्तावेज अपने पास होने दावा किया है, जिसमें मीणा को इस मामले में दोषी पाया गया है. साथ ही उसने इस घोटाले की शिकायत के साथ मीणा की ओर से इस्तेमाल किए गए फर्जी बिल की कॉपी भी जमा करने की बात कही. जवाहर लाल का कहना है कि सीएम केजरीवाल ने उनकी शिकायत पर उचित कदम उठाने का भरोसा दिया है.