नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के चिलकाना थाना क्षेत्र के गांव अब्दुल्लापुर अहाड़ी में कर्ज में दबे वृद्ध किसान ने पत्नी और बेटी के साथ जहर खाकर जान दे दी. ग्रामीणों के अनुसार कर्ज और खराब आर्थिक हालत के चलते किसान ने यह कदम उठाया है. परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए तीनों का अंतिम संस्कार कर दिया. बाद में सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और फोरेंसिक टीम की सहायता से साक्ष्य जुटाए.
अपर पुलिस अधीक्षक संजय सिंह ने बताया कि ग्राम अहाड़ी अब्दुल्लापुर निवासी किसान रतन सिंह पिछले कुछ समय से आर्थिक परेशानी झेल रहे थे. इसी वजह से रतन सिंह (60), उनकी पत्नी प्रकाशो (55) और पुत्री जमुना ने शनिवार शाम जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया. उल्टी होने पर रतन का बेटा पिंटू सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचा, जहां से उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. लेकिन रात में तीनों की फिर से तबियत खराब हो गई और घर पर ही मौत हो गई.
ग्रामीणों ने बताया कि कर्ज उतारने के लिए रतन सैनी ने अपनी 4 बीघा जमीन अपने ही एक रिश्तेदार को 10 लाख रुपए में बेच दी थी. रिश्तेदार ने उसे साढ़े 3 लाख रुपए तो साहूकार का कर्ज उतारने के लिए दे दिए थे, लेकिन बाकि पैसा बाद में देने की बात कही थी. बताया जा रहा है कि रतन सैनी को बाद में जमीन का बकाया पैसा भी नहीं मिला, जिससे वह और अधिक मानसिक तनाव में आ गया. पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है, यदि कोई शिकायत मिलती है तो केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.