नई दिल्ली. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर कांग्रेस का हमला आज और तेज हो गया है. आईपीएल में हेरफेर के आरोपी ललित मोदी की मदद के आरोपों पर बीजेपी के बड़े नेताओं ने दिन भर कोई सफाई नहीं दी. उधर कांग्रेस ने कल से आर-पार की लड़ाई शुरू करने का ऐलान कर दिया है. सुषमा […]
नई दिल्ली. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर कांग्रेस का हमला आज और तेज हो गया है. आईपीएल में हेरफेर के आरोपी ललित मोदी की मदद के आरोपों पर बीजेपी के बड़े नेताओं ने दिन भर कोई सफाई नहीं दी. उधर कांग्रेस ने कल से आर-पार की लड़ाई शुरू करने का ऐलान कर दिया है. सुषमा स्वराज ललित मोदी विवाद को कांग्रेस पूरी ताकत से हवा देने में लगी है. आज दिल्ली से बाहर देश के बाकी हिस्सों में विरोध की आंधी चली. इंदौर, भोपाल, इलाहाबाद और बैंगलुरू में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सुषमा और ललित मोदी के खिलाफ पोस्टर लहराए और पुतले फूंके.
हालांकि इस विवाद के दलदल में अब बीजेपी अकेली नहीं है, ललित मोदी ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कह दिया है कि कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला, शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल से भी उनकी अच्छी दोस्ती रही है और ये सब उनकी मदद करना चाहते थे. ललित मोदी की पत्नी की पुर्तगाल के जिस अस्पताल में सर्जरी हुई. ऑपरेशन के दो महीने बाद ही वसुंधरा राजे की सरकार ने लिस्बन के उस हॉस्पिटल के साथ एक MOU किया. जिसके तहत जयपुर में कैंसर इंस्टीच्यूट की स्थापना करनी थी.
वसुंधरा राजे के सांसद बेटे दुष्यंत सिंह पर क्या हैं आरोप?
आरोप है कि वसुंधरा राजे के सांसद बेटे दुष्यंत सिंह की कंपनी को ललित मोदी ने बड़ा आर्थिक फायदा पहुंचाया था. दुष्यंत सिंह की कंपनी नियंत हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमिटेड यानि NHHPL का शेयर मूल्य 10 रुपए था. ललित मोदी की कंपनी आनंद हेरिटेज होटल्स प्राइवेट लिमिटेड यानि AHHPL ने 10 रुपए का शेयर 96,180 रुपए में खरीदा. ऐसे 815 शेयर खरीदे और 7 करोड़ 83 लाख, 86 हजार 700 रुपए का भुगतान किया. ललित मोदी की कंपनी ने दुष्यंत की कंपनी को 3 करोड़ 80 लाख रुपए का लोन भी दिया. इस तरह दुष्यंत की कंपनी को ललित मोदी की कंपनी से एकाएक 11 करोड़ 63 लाख 86 हजार 7 सौ रुपए मिल गए. अब इसमें भी बड़ा खेल हुआ.
ललित मोदी ने एक तरफ दुष्यंत की कंपनी को रातोंरात 11 करोड़ से ऊपर रुपए दे दिए और ये रुपए कालेधन को सफेद कर दिया. ये रुपए मॉरीशस की एक कंपनी विल्टन इंवेस्टमेंट लिमिटेड ने ललित मोदी की कंपनी को दिया और ललित मोदी की कंपनी ने दुष्यंत सिंह की कंपनी को दिया.